झूला महोत्सव के तीसरे दिन उमड़ी भारी भीड़ — हरिहर क्षेत्र

सोनपुर– विश्व विख्यात हरिहर क्षेत्र सोनपुर के श्री गजेन्द्र मोक्ष देवस्थानम् नौलखा मन्दिर में आज मंगलवार को झूला महोत्सव के तीसरे दिन लोगों की भीड़ लगी रही। सोनपुर, हाजीपुर, पटना से झूला महोत्सव का आनंद लेने के लिए लोग मंदिर की ओर खींचे चले आ रहे हैं। स्थानीय कलाकार श्रीलाल पाठक, ओंकार सिंह द्वारा प्रत्येक संध्या भजन की प्रस्तुति की जा रही है।

आज तीसरे दिन देवस्थानम् पीठाधिपति जगतगुरु रामानुजाचार्य स्वामी लक्ष्मणाचार्य जी महाराज ने श्रीराम और श्री सीता मैया के रोचक प्रसंग का वर्णन करते हुए कहा कि जब जानकी विवाह के बाद अयोध्या आईं तो उन्होंने राम से सावन में झूला झूलने की इच्छा जताई।अपने मायके जनकपुर में पर्वतों पर जानकी अपनी सखियों के साथ झूला झूलती थीं लेकिन अयोध्या में पर्वत नहीं थे।तब सीता के झूला झूलने के लिए उनके पिता राजा जनक ने मणियों का एक पर्वत बना दिया।फिर उसमें झूला पड़ा और सीता ने अपनी सखियों संग झूला झूला।इसलिए ये झूलनोत्सव राम और सीता के प्रेम का प्रतीक भी माना जाता है।

तभी से मणिपर्वत का झूलनोत्सव प्रचलित हो गया। उसी तिथि से अयोध्या में मणिपर्वत का झूला उत्सव तीज के दिन होता है। उसके बाद जो आस पास सभी जगह रक्षाबंधन तक इस परम्परा का निर्वहन किया जाता है। इसी तरह देवस्थानम में मनमोहक झांकियां के साथ भगवान श्री बालकृष्ण, श्री बालाजी वेङ्कटेश, श्री श्रीदेवी और श्री भूदेवी के श्री विग्रह को पवित्र और फूलों से सजाया गया।झूला में पधारकर श्रद्धालु भक्तों द्वारा झूलाया जा रहा है।


देवस्थानम् प्रबंधक नन्द कुमार राय ने बताया कि हर शाम श्रंगार के बाद भगवान को 4 घंटे के लिए झूला झुलाया जा रहा है। यह उत्सव सावन के अंतिम दिन यानी 31 अगस्त तक मनाया जाएगा। उपर्युक्त अवसर पर ज्योतिषाचार्य नन्द किशोर तिवारी, मन्दिर मीडिया प्रभारी समाजसेवी लाल बाबू पटेल, दिलीप झा, रतन कर्ण, फूल झा, ममता पटेल, निलीमा कर्ण, नारायणी सहित सैकड़ों श्रद्धालुओं ने श्रद्धापूर्वक भाग लिया।

Ravi sharma

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