जम्मू कश्मीर को पीएम ने दी स्वास्थ्य बीमा योजना की सौगात-नईदिल्ली

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
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नई दिल्ली — प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आयुष्मान भारत योजना के तहत जम्मू-कश्मीर को बड़ी सौगात देते हुये वर्चुअल माध्यम से सेहत स्वास्थ्य बीमा योजना शुभारंभ किये। जिसके तहत प्रत्येक परिवार को पाँच लाख रूपये तक का स्वास्थ्य बीमा मिलेगा। खास बात यह है कि इस योजना का लाभ देश में कहीं भी लिया जा सकेगा। इसके लागू होने से प्रदेशवासियों को स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ मिलेगा। इस मौके पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह गुवाहाटी से वीडियो लिंक से जुड़े वहीं केंद्र शासित प्रदेश के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी मौजूद रहे। इस मौके पर पीएम मोदी ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी पुडुचेरी में स्थानीय निकाय चुनाव नहीं कराने के लिये कांग्रेस पर और बंगाल के लोगों को आयुष्मान योजना का लाभ नहीं देने के लिये बगैर नाम लिए ममता सरकार पर वार किया।लॉन्चिंग के बाद पीएम मोदी ने लाभार्थियों से बात की और कहा कि आज जम्मू-कश्मीर के लिये ऐतिहासिक दिन है। आज से जम्मू-कश्मीर के लोग आयुष्मान भारत योजना का लाभ उठा सकते हैं। उन्होंने कहा कि सेहत स्कीम- अपने आप में ये एक बहुत बड़ा कदम है। और जम्मू-कश्मीर को अपने लोगों के विकास के लिये ये कदम उठाता देख, मुझे भी बहुत खुशी हो रही है।आर्टिकल 370 हटने के बाद जम्मू कश्मीर से एक तरफ आतंकवाद और अलगाववाद का खात्मा हो रहा है, लोकतंत्र की बुनियादें और मजबूत हो रही हैं वहीं दूसरी तरफ केंद्र की योजनाओं से जम्मू कश्मीर में विकास का नया अध्याय लिखा जा रहा है। लेकिन कोई भी समाज तभी तरक्की कर सकता है जब वो पूरी तरह से सेहतमंद हो और अब जम्मू कश्मीर की सेहत को पूरी तरह दुरस्त करने की तैयारी भी कर ली है। आज हम लोगों को ये विश्वास दिलाने में सफल हुये हैं कि परिवर्तन संभव है। और परिवर्तन उनके चुने हुये प्रतिनिधि ला सकते हैं। जमीनी स्तर पर लोकतंत्र लाकर हम लोगों की आकांक्षाओं को अवसर दे रहे हैं। आज जम्मू-कश्मीर के लोगों का विकास हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। चाहे वो महिला सशक्तिकरण हो, युवाओं के लिये अवसर की बात हो, दलितों-पीड़ितों-शोषितों-वंचितों के कल्याण का लक्ष्य हो या फिर लोगों के संवैधानिक व बुनियादी अधिकार हों। प्रधानमंत्री ने अटल बिहारी बाजपेयी को याद करते हुये कहा ‍कि उनका जम्मू कश्मीर से एक विशेष स्नेह था। अटल जी इंसानियत, जम्हूरियत और कश्मीरियत की बात को लेकर हम सबको आगे के काम के लिये दिशा-निर्देश देते रहे हैं। आज जम्मू कश्मीर इसी भावना को लेकर आगे बढ़ रहा है। मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों को लोकतंत्र को मजबूत करने के लिये भी बधाई देता हूंँ। उन्होंने कहा कि डीडीसी के चुनाव ने एक नया अध्याय लिखा है। जम्मू कश्मीर के हर वोटर के चेहरे पर मुझे विकास के लिये , डेवलपमेंट के लिये एक उम्मीद नजर आयी, उमंग नजर आई। जम्मू कश्मीर के हर वोटर की आंँखों में मैंने अतीत को पीछे छोड़ते हुये, बेहतर भविष्य का विश्वास देखा।जम्मू-कश्मीर में कोरोना को लेकर भी जिस तरह राज्य में काम हुआ है वो प्रशंसनीय है। कोरोना के दौरान भी जम्मू-कश्मीर में करीब 18 लाख सिलेंडर रिफिल कराये गये। स्वच्छ भारत अभियान के तहत जम्मू-कश्मीर में 10 लाख से ज्यादा शौचालय बनाये गये। लेकिन इसका मकसद सिर्फ शौचालय बनाने तक सीमित नहीं, ये लोगों के स्वास्थ्य को सुधारने की भी कोशिश है। जम्मू-कश्मीर में ये त्रिस्तरीय पंचायत व्यवस्था एक प्रकार से महात्मा गांधी का ग्राम स्वराज का सपना पूरा किया है। देश में जो पंचायती राज व्यवस्था है उसने आज जम्मू-कश्मीर की धरती पर पूर्णता को प्राप्त किया है। केन्द्र सरकार लगातार कोशिश कर रही है कि गाँव के विकास में गाँव के लोगों की भूमिका सबसे ज्यादा रहे। योजना बनाने से लेकर अमल और देखरेख तक पंचायती राज से जुड़े संस्थानों को ज्यादा ताकत दी जा रही है। कुछ राजनीतिक दलों की कथनी और करनी में कितना बड़ा फर्क है, लोकतंत्र के प्रति वो कितना गंभीर है इस बात से ही पता चलता है। कितने साल हो गये , पुडुचेरी में पंचायत चुनाव नहीं होने दिये जा रहे हैं।

नये युग की शुरुआत – अमित शाह
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इस मौके पर गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के हर शख्स को इस योजना का लाभ मिलेगा। इसके लिये 229 सरकारी अस्पताल और 35 प्राइवेट अस्पताल सूचीबद्ध किये गये हैं। उन्होंने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा को श्रेय देते हुये कहा कि पीएम मोदी हमेशा कहते हैं कि विकास जमीनी स्तर तक पहुंँचना चाहिये। हाल ही में हुये डीडीसी चुनावों पर शाह ने कहा कि डीडीसी चुनाव शांतिपूर्ण और पारदर्शिता से संपन्न हुआ। डीडीसी चुनावों के बाद विकास गांव तक, घर तक पहुंच पायेगा. केंद्र सरकार से पैसा अब जम्मू-कश्मीर सरकार की जगह जिला विकास परिषद् के पास जायेगा, जिससे वो इलाके के विकास का खाका तैयार करके काम करेंगे। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में पहली बार विकास ने रफ्तार पकड़ी है और वह शांति का अनुभव कर रहा है।

विकास के लिये प्रतिबद्ध हैं – उपराज्यपाल
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वहीं आयुष्मान योजना लॉन्चिंग से पहले केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि हम जम्मू-कश्मीर के विकास के लिये प्रतिबद्ध हैं और कई योजनायें चल रही हैं। जम्मू-कश्मीर हिंसा से मुक्त हुआ है। पीएम मोदी ने शुक्रवार को किसानों की मदद के लिये किसान सम्मान निधि योजना की अन्य किस्त जारी की। काफी समय बाद जम्मू-कश्मीर में बिना कोई हिंसा के कोई चुनाव हुआ , 28 दिसंबर को नवनिर्वाचित डीडीसी सदस्य शपथ लेंगे। जम्मू देश का इकलौता शहर है, जहांँ आईआईएम, आईआईटी और आईआईएमसी हैं। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने इस मौके पर जम्मू कन्वेंशन सेंटर में मुख्य समारोह में कुछ लाभार्थियों में गोल्डन कार्ड वितरित किया।
गौरतलब है कि दो वर्ष पहले लागू ‘प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना’ के तहत जम्मू-कश्मीर के तीस लाख लोग कवर हुये थे। इसके अलावा अन्य एक करोड़ लोगों को सेहत स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत कवर किया जायेगा. दोनों योजनाओं के लाभार्थियों को एक जैसी सुविधायें और लाभ मिलेगा। सेहत स्वास्थ्य बीमा योजना ‘आयुष्मान भारत’ योजना के समानान्तर चलेगी. इससे अतिरिक्त तकरीबन एक करोड़ लोगों को स्वास्थ्य बीमा का लाभ मिलेगा. अभी तक 16 लाख लोग इसमें पंजीकरण करा चुके हैं। वहीं, इस योजना का लाभ अधिक से अधिक लोग उठायें इसके लिये आरोग्य मित्र काम कर रहे हैं। ये जन आरोग्य योजना सरकार की ओर से पूरी तरह से वित्त पोषित दुनियाँ की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना है।

Ravi sharma

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