खतरे में प्रजातंत्र , छापों पर कोर्ट करे हस्तक्षेप – भूपेश बघेल

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट

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नई दिल्ली – छत्तीसगढ़ में लगातार हो रही प्रवर्तन निदेशालय , केंद्रीय जांच ब्यूरो और आयकर की रेड को लेकर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में प्रेसवार्ता की। उन्होंने छत्तीसगढ़ में पढ़ रहे ईडी के चैन को लेकर कोर्ट से हस्तक्षेप करने का आग्रह किया है। सीएम बघेल ने छापों को राजनीति से प्रेरित बताते हुये कहा कि प्रजातंत्र खतरे में है , ऐसे में कोर्ट की बड़ी जिम्मेदारी बन जाती है उसे हस्तक्षेप करना चाहिये और इस पर रोक लगनी चाहिये। इस दौरान सीएम भूपेश ने प्रदेश में पिछले तीन – साढ़े तीन साल से चल रही कार्रवाई पर निशाना साधा। उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुये कहा कि छत्तीसगढ़ के खदानों में उनके मित्रों की नजर है , लेकिन बीच में कांग्रेस खड़ी है इसलिये ईडी-आईटी की रेड पड़ रही है। भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में पिछले तीन – साढ़े तीन सालों में अब तक दो सौ से ज्यादा कार्यवाही हो चुकी है , इसके पीछे राजनीतिक मंशा है। छत्तीसगढ़ की सरकार को बदनाम करने के लिये ये किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ईडी और आईटी के अधिकारी घर पहुंचते ही सारी चीजें सीज कर देते हैं। घर में चाहे बुजुर्ग मां-बाप हों या कोई बीमार हो इससे उन्हें कोई मतलब नहीं है , केवल परेशान करने के उद्देश्य से कार्यवाहियां की जा रही है। इतना ही नहीं पांच – छह दिनों तक घर वालों को बंधक बनाकर रखा जाता है , उन पर दबाव बनाया जाता है। जैसे बंदर को बोरे में बांध के पीटते हैं और कहते हैं बोल तू कुत्ता है… बस यही काम छत्तीसगढ़ में चल रहा है। यहां ईडी जाती है तो आईटी आ जाती है , और आईटी जाती है तो ईडी आ जाती है। सीएम ने कहा कि अब तक दो सौ से ज्यादा कार्रवाही हो चुकी है , अभी और होंगी। दो – ढाई सौ लोगों की टीम और आने वाली है , जो पूरे छत्तीसगढ़ में रेड डालेंगे इससे साफ पता चलता है कि भारतीय जनता पार्टी के पास लड़ने के लिये कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा लड़ नहीं पा रही है तो ईडी -आईडी को आगे कर रही है। आगामी चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि अधिकारियों से लेकर छोटे-छोटे कार्यकर्ताओं के ठिकानों पर छापे मारे जा रहे हैं। पिछले दिनों जब छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का राष्ट्रीय अधिवेशन हुआ तो उसे भी प्रभावित करने की कोशिश की गई। कार्यक्रम की व्यवस्था सम्हाल रहे लोगों के घर तक में छापा मारा गया। मेरे जन्मदिन के दिन मेरे राजनीतिक सलाहकार और मेरे ओएसडी के घर पर ईडी-आईटी पहुंच गई। सीएम ने तंज कसते हुये कहा कि पाटन में इस बार बीजेपी नहीं ईडी और आईटी चुनाव लड़ेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कार्यवाही को जनता देख रही है , समझ रही है। पहले बीजेपी की चौदह सीटें आई थी , लेकिन यदि ऐसा ही चलता रहा तो इतना भी आना मुश्किल है। सीएम बघेल ने कहा कि यदि आरोप सही है तो फिर कार्रवाही क्यों नहीं हो रही ? जहां तक कोयला घोटाले की बात है , तो छत्तीसगढ़ में पचासी प्रतिशत कोयला कारोबार केंद्रीय उपक्रम एसईसीएल के हाथों में है। यदि घोटाला हुआ है तो इनके अधिकारियों पर कार्रवाही क्यों नहीं हो रही , खदानों में जो सुरक्षा अधिकारी हैं उन पर क्यों नहीं हो रही। सीएम ने ये भी कहा कि छत्तीसगढ़ में शराब घोटाला , कोयला घोटाला और महादेव ऐप मामले में एक समानता है कि इसमें जो भी मुख्य आरोपी हैं , उन पर किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं हुई है। यदि शराब घोटाला हुआ है तो पहले तो डिस्टलरों पर कार्रवाही होनी चाहिये , लेकिन किसी पर कार्रवाई नहीं हुई। सीएम बघेल ने कहा कि महादेव एप में ये बाते सामने आ रही हैं कि इसमें कुछ भाजपा नेता भी शामिल हैं।उन्होंने कहा कि इन सभी मामलों में अभी तक जितना घोटाला और भ्रष्टाचार बता रही है , उसकी आधा भी संपत्ति जप्त नहीं कर पाई है दूसरी तरफ अब धान की मिलिग में घोटाला खोजने लगी है। वहीं मोदी के चेहरे पर भूपेश बघेल ने कहा कि बीजेपी के नेताओं को पीएम मोदी की लोकप्रियता पर विश्वास नहीं रहा इसलिये सीएम योगी की बात कर रहे हैं। बीजेपी खुद चेहरे को लेकर कन्फ्यूज है , नाम मोदी का और काम योगी का बता रहे है।

Ravi sharma

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