नई दिल्ली–सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश पिनाकी चंद्र घोष का नाम देश के पहले लोकपाल के तौर पर फाइनल कर लिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई,लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन,प्रख्यात कानूनविद मुकुल रोहतगी की चयन समिति ने उनका नाम तय किया और इनकी नियुक्ति से जुड़ी फाईल राष्ट्रपति के पास भेज दी है जहाँ कल उनके नाम की अधिकारिक घोषणा हो सकती है । सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस पीसी घोष वर्तमान में राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के सदस्य हैं। गौरतलब है की लोकपाल भ्रष्टाचार के खिलाफ काम करने वाली संस्था है इस कमेटी में एक चेयरमैन,एक न्यायिक सदस्य और एक गैर न्यायिक सदस्य होते हैं । भ्रष्टाचार के मामलों पर एक स्वतंत्र और मजबूत संस्था स्थापित करने के लिये वर्ष 2013 में लोकपाल व लोकायुक्त विधेयक पास किया गया था और 16 जनवरी 2014 को यह विधेयक लागू हो गया था। हालांकि केंद्र की मोदी सरकार 5 साल तक के कार्यकाल में लोकपाल की नियुक्ति नहीं कर पायी थी ।
रिपोर्ट-अरविन्द तिवारी