नई दिल्ली — कवर्धा कलेक्टर श्री अवनीश कुमार शरण एवं सीईओ जिला पंचायत श्री कुन्दन कुमार के मार्गदर्शन में तैयार शिक्षा में शून्य निवेश नवाचार को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान मिला। जिसे प्रस्तुत करने वाले कबीरधाम जिले के व्याख्याता तुलसराम चंद्राकर तथा राष्ट्रीय विमर्श में प्रभावी व्याख्यान के लिये कवर्धा जिले में पदस्थ सहायक परियोजना समन्वयक अवधेशनन्दन श्रीवास्तव सम्मानित हुये।
देश के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान आई आई टी नई दिल्ली में श्री अरबिंदो सोसायटी द्वारा आयोजित शिक्षा में शून्य निवेश नवाचार विषय पर राष्ट्रीय विमर्श में भाग लेने के लिये अवधेशनन्दन श्रीवास्तव को आमंत्रित किया गया था। जिनके द्वारा अपने व्याख्यान में शास्त्रोक्त उद्धरणों के माध्यम से शिक्षा के साथ साथ बच्चों को बाल्यकाल से ही संस्कार प्रदान करने हेतु अनेक नवाचार बताये गये साथ ही उन्होंने अवगत कराया कि इन उपायों को लागू करने में एक रुपये का भी खर्च नहीं होगा तथा इन्हें अपनाने से बच्चे शिक्षित होने के साथ साथ संस्कारी भी बनेंगे तथा वे समष्टि हित का पक्षधर बनकर समाज एवं राष्ट्र के लिये उपयोगी सिध्द होंगे। अवधेशनन्दन श्रीवास्तव के उक्त शून्य निवेश नवाचार पर आधारित प्रभावी व्याख्यान की शिक्षाविदों ने खूब प्रशंसा करते हुये कहा कि आपने राष्ट्रीय विमर्श के लिये एक महत्वपूर्ण विषय की ओर ध्यान आकर्षित किया है। इसके बाद श्रीअरबिंदो सोसायटी की ओर से अवधेशनन्दन श्रीवास्तव का सम्मान किया गया।
उल्लेखनीय है कि उक्त विमर्श में मंचस्थ अतिथियों के अतिरिक्त जम्मू कश्मीर से एक शिक्षाविद एवं छत्तीसगढ़ से अवधेशनन्दन श्रीवास्तव आमंत्रित किये गये थे। जिसके बाद राज्यवार प्रतिनिधियों ने अपने नवाचार प्रस्तुत किये।
शून्य निवेश नवाचार के लिये देश भर से प्राप्त लाखों प्रविष्टियों में से चयनित 18 राज्यों के 600 नवाचारी शिक्षकों को उक्त सम्मान समारोह में आमंत्रित किया गया था। जिसमे छत्तीसगढ़ के 28 शिक्षक शामिल हुये इनमें व्याख्याता तुलस राम चंद्राकर ने स्थान बनाया जो कबीरधाम जिले के कामठी हायर सेकेंडरी स्कूल में पदस्थ हैं। इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ से दो सहायक परियोजना समन्वयक श्री अवधेशनन्दन श्रीवास्तव कबीरधाम एवं श्री हरी राम जायसवाल जांजगीर चाम्पा से सम्मिलित हुये।
रिपोर्ट-अरविन्द तिवारी