अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
इंदौर — निगम अधिकारी की बैट से पिटायी मामले में लोअर कोर्ट से जमानत याचिका खारिज होने के बाद भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय के वकील आज सेशन कोर्ट पहुँचे। जहां याचिका पर डीजे कोर्ट ने सुनवाई करते हुये मामले को एससी-एसटी के विशेष जज बीके द्विवेदी के यहां स्थानांतरित कर दिया। इसके पहले पुलिस ने कोर्ट के समक्ष केस डायरी पेश की। वहीं निगम ने सेशन कोर्ट में विधायक के खिलाफ 07 पेज की आपत्ति लगायी। आज दोपहर विधायक के भाई कल्पेश विजयवर्गीय उनसे जेल में मिलने पहुँचे। जेल से बाहर आकर उन्होंने कहा कि भाई बिल्कुल ठीक हैं। वे पूरी तरह से स्वथ्य हैं। विधायक आकाश विजयवर्गीय के रिहाई की मांग को लेकर आज सुबह से ही जेल के बाहर भाजपा समर्थकों का हुजूम उमड़ पड़ा। यहां पर कमलनाथ सरकार , पुलिस और निगम अधिकारियों के लिखाफ समर्थकों ने जमकर नारेबाजी की।
निगम कर्मचारियों पर भी गिरी गाज
वहीं इस मामले में अब इंदौर नगर निगम के कर्मचारियों पर गाज गिरी है। इस मामले में निगम के 21 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया गया है। उन पर भी आरोप है कि निगम के अधिकारी के साथ मारपीट में इन सभी कर्मचारियों ने उस अफसर को बचाने को छोड़कर भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय का साथ दिया।