अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
रायपुर – द्वारका शारदा पीठाधीश्वर जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरुपानन्द सरस्वती ने छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की माता बिन्देश्वरी बघेल के निधन पर शोक संवेदना प्रकट की है। जगद्गुरू शंकराचार्य ने अपने शोक संदेश में कहा है कि देहावसान की सूचना से उन्हें हार्दिक कष्ट है। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति में माता का जो स्थान है वह अन्यत्र कहीं भी नहीं है। माता के अभाव की पूर्ति सर्वथा अपूरणीय है। अतः लोक में माता का अभाव महाशोक माना जाता है। शोक, मोह के इन्हीं अवसरों में शोकापनोदन के लिये द्वारिकाधीश श्री कृष्ण की गीता में अमरवाणी का उल्लेख है कि ‘जन्में हुएये की मृत्यु सुनिश्चित है और मरे हुये का जन्म भी सुनिश्चित है’। अतः इस बिना उपाय वाले विषय में शोक का त्याग करना चाहिये। शंकराचार्य ने कहा है कि माता का अभाव सनातन धर्मी परिवार के लिये भी अपूर्णीय क्षति है। उन्होंने शोक के इस अवसर पर भूपेश बघेल और उनके परिवारजनों के धैर्य एवं गतात्मा की सद्गति के लिये द्वारिकाधीश एवं चंद्रमौलीश्वर से प्रार्थना की है।