नई दिल्ली- विश्व में छत्तीसगढ़ की लोककला व संस्कृति का परचम फहराने वाली भिलाई छत्तीसगढ़ निवासी पंडवानी गायिका डा० श्रीमती तीजनबाई को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित कार्यक्रम में अपने हाथों से पद्म विभूषण से सम्मानित किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित उनके मंत्रिमंडल के अनेक सदस्य उपस्थित थे । छत्तीसगढ़ की प्राचीन पंडवानी कला को आगे बढ़ाने में तीजन बाई का विशेष स्थान है । हालाकि इन्होंने कोई औपचारिक शिक्षा नहीं ली है लेकिन उनकी उपलब्धि को देखते हुये बिलासपुर केंद्रीय विश्वविद्यालय द्वारा उन्हें डी लिट् की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया है । तेरह साल की छोटी सी उम्र से तीजन बाई पंडवानी का प्रदर्शन कर रही है।छत्तीसगढ़ के भिलाई गांव के ग्राम गनियारी में इनका जन्म हुआ । पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से लेकर अति विशिष्ट लोगों के सामने देश विदेश में भी इनके द्वारा अपनी कला का प्रदर्शन किया जा चुका है । डॉ० तीजन बाई को उनकी इस कला के लिये 1988 में भारत सरकार द्वारा पद्मश्री और 2003 में पद्म भूषण से अलंकृत किया जा चुका है। अभी वर्तमान में यह भिलाई में रहते हुये कई बालिकाओं को पंडवानी का प्रशिक्षण दे रही हैं ।
रिपोर्ट-अरविन्द तिवारी