मुजफ्फरपुर-राज्य में शराबबंदी का सच किसी से छुपा नही है.मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शराबबंदी को लेकर काफी सख्त है. इसी बीच मुजफ्फरपुर पुलिस नें शराब के अवैध कारोबारीयों के खिलाफ एक बड़ी कारवाई करते हुए एक बड़े सिन्डिकेट का खुलासा किया है.पुलिस ने इस बड़े शराब कारोबारी गिरोह के आठ सदस्यों को हथियार और भारी नगदी के साथ गिरफ्तार किया है.
नगदी और हथियार बरामद
पुलिस ने इनके पास से आठ लाख 72 हजार रूपये नगद के साथ साथ तीन पिस्टल और आठ गोलियां बरामद की हैं. पुलिस के हाथ कारोबार का ब्योरा लिखा डायरी और चिट भी लगे है जिसके आधार पर जांच जारी है. गिरफ्तार लोगों से पूछताछ में पता चला है कि मुजफ्फरपुर जिले के कच्ची पक्की क्षेत्र में स्थित एक फ्लैट में इनका ऑफिस है.
इस गिरोह का कारोबार मुजफ्फरपुर,सीतामाढ़ी,वैशाली और समस्तीपुर तक फैला था. पुलिस ने इस गिरोह से जुड़े समस्तीपुर के जुगनु ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया है. सुत्र बताते है की इस शराब के पुरे अवैध व्यवसाय पर कुख्यात रवि सहनी और चुन्नु ठाकुर का आधिपत्य है.एक आकड़े के अनुसार इस गिरोह की मासीक आमदनी तीन करोड़ के आस-पास थी.
मुजफ्फरपुर मे इस गिरोह के ऑफिस से जब्त एक डायरी में 31 मई से 8 जून तक करीब 75 लाख रुपये के ट्रांजेक्शन का हिसाब दर्ज मिला है.एसएसपी मनोज कुमार ने बताया कि यह गिरोह काफी स्मार्ट तरीके से कारोबार चलाता था. एक बार के डील मे जिस मोबाइल सिम का उपयोग होता था उसे दूसरी बार उपयोग में नही लाया जाता था,ऐसा इसलिए ताकि ट्रैक नहीं किया जा सके. इतना ही नहीं कारोबार के नियम काफी कड़े थे. एक बार गड़बड़ी करने वाले सदस्य को मार दिया जाता था, इसी के तहत पिछले दिनों सरैया के अमित को दिल्ली ले जाकर मार दिया गया था.
एसएसपी नें कहा है कि यह कार्रवाई उत्तर बिहार में शराब के कारोबार पर बड़ा चोट है क्योंकि इसके संचालक और सदस्य पुराने पेशेवर लुटेरे हत्यारे हैं जो शराब से सेफ कमाई के लिए यह सिंडिकेट चला रहे थे. पुलिस अब इसके सरगना को दबोचने के लिए कार्रवाई कर रही है.
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