भारत के पास सामर्थ्य की कमी नहीं- पीएम मोदी

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट

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सिडनी – भारत के पास सामर्थ्य की कमी नहीं है , भारत के पास संसाधनों की भी कमी नहीं है। आज दुनियां की सबसे बड़ी और सबसे युवा टैलेंट फैक्ट्री भारत में है। अगले पच्चीस साल में विकसित होने के लक्ष्य के साथ जो देश आगे बढ़ रहा है वो देश भारत है।आज आईएमएफ भारत को वैश्विक अर्थव्यवस्था का उज्ज्वल बिन्दु मानता है। वर्ल्ड बैंक का विश्वास है कि ग्लोबल हेडविंड्स को अगर कोई चुनौती दे रहा है तो वो भारत है।भारत हज़ारों वर्षों की जीवंत सभ्यता है। भारत मदर ऑफ डेमोक्रेसी है। हमने समय के अनुसार खुद को ढाला है , लेकिन अपने मूल सिद्धांतों पर हमेशा टिके रहे हैं। दुनियां में कहीं भी कोई संकट आता है , तो भारत मदद के लिये तैयार रहता है। तुर्कीये में भूंकप आया तो हमने मदद के लिये विशेष अभियान चलाया। भारत आज फोर्स आफ ग्लोबल ग्रोथ के तहत काम कर रहा है। हम दुनियां को एकजुट करने के लिये काम कर रहे हैं। सबका साथ , सबका विकास , सबका विश्वास और सबका प्रयास… ये हमारी सरकार का आधार है। आज भारत-ऑस्ट्रेलिया संबंधों का सबसे बड़ा आधार ‘परस्पर विश्वास और परस्पर सम्मान’ है और यह सिर्फ दोनों देशों के कूटनीतिक रिश्तों से विकसित नहीं हुआ है।

उक्त बातें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज सिडनी के कुडोस बैंक एरिना स्टेडियम में हजारों भारतवंशियों के विशाल जनसमूह को आस्ट्रेलिया के पीएम अल्बनीज की उपस्थिति में संबोधित करते हुये कही। पीएम मोदी ने नमस्ते इंडिया कहकर अपना संबोधन शुरू करते हुये कहा वर्ष 2014 में आया था तो आपसे एक वादा किया था। वादा ये था कि आपको फिर से एक पीएम का अट्ठाइस साल इंतजार नहीं करना होगा। मैं अकेला नहीं आया हूं , पीएम अल्बनीजी भी मेरे साथ आये हैं। आपने जो अभी कहा वो दिखाता है कि ऑस्ट्रेलिया के मन में भारत के प्रति कितना स्नेह है। पीएम ने कहा कि मुझे ये जानकर अच्छा लगा कि आप सब ने भी आजादी का अमृत महोत्सव भी बड़े धूमधाम से मनाया है। उन्होंने कहा ‘कोरोना महामारी में जिस देश ने दुनियां का सबसे तेज वैक्सीनेशन कार्यक्रम किया , वो भारत है। आज भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था है , आज भारत दुनियां में नंबर वन स्मार्ट फोन डेटा उपभोक्ता है। पीएम मोदी ने कहा – एक समय था जब कहा जाता था कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के संबंध को थ्री सी (कॉमनवेल्थ, क्रिकेट, करी) पर आधारित है। उसके बाद कहा गया कि भारत और ऑस्ट्रेलिया का संबंध थ्री डी (डेमोक्रेसी, डायसपोरा, दोस्ती) पर आधारित है। कुछ लोगों ने ये भी कहा कि भारत और ऑस्ट्रेलिया का संबंध थ्री ई (एनर्जी, इकोनॉमी, एजुकेशन) पर आधारित है। अलग-अलग काल में ये बात संभवत: सही भी रही है। मगर भारत-ऑस्ट्रेलिया के ऐतिहासिक संबंधों का विस्तार इससे कहीं ज्यादा बड़ा है। इन संबंधों का आधार आपसी विश्वास और आपसी सम्मान है। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत मदर ऑफ डेमोक्रेसी है। हम राष्ट्र को एक परिवार के रूप में देखते हैं और विश्व को भी परिवार मानते हैं। यही वजह है कि जब हम जी-20 की अध्यक्षता का लोगो तय करते हैं , तो कहता है वन अर्थ वन फैमिली वन फ्यूचर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा’हमारे क्रिकेट के रिश्ते को पचहत्तर वर्ष पूरे हो गये हैं। क्रिकेट की फील्ड पर मुकाबला जितना रोचक होता है उतनी ही गहरी हमारी ऑफ द फील्ड दोस्ती है। उन्होंने आगे कहा पिछले साल जब महान क्रिकेटर शेन वार्न का निधन हुआ तो ऑस्ट्रेलिया के साथ कोटि-कोटि भारतीयों ने भी शोक मनाया। ये ऐसा था जैसे हमने अपना कोई खो दिया… आप सभी का एक सपना रहा है कि हमारा भारत भी विकसित राष्ट्र बने। जो सपना आपके दिल में है वो सपना मेरे दिल में भी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने अपने व्यस्त कार्यक्रम में से हम सभी के लिये समय निकाला , यह हम भारतीयों के प्रति आपके स्नेह को दर्शाता है। पीएम मोदी ने कहा इसी वर्ष मुझे प्रधानमंत्री एंथनी अल्‍बनीजजी का भारत की धरती पर अहमदाबाद में स्वागत करने का अवसर मिला था। आज उन्होंने यहां ‘लिटिल इंडिया’ के फाउंडेशन स्‍टोन को अनवील करने में मेरा साथ दिया है। म्‍युचुअल ट्रस्‍ट और म्‍युचुअल रेस्‍पेक्‍ट , सिर्फ भारत-ऑस्ट्रेलिया के डिप्‍लोमेटिक रिश्तों से विकसित नहीं हुआ है। इसकी असली वजह हैं- ऑस्ट्रेलिया में रहने वाला हर एक भारतीय। इसकी असली वजह हैं- ऑस्ट्रेलिया के नागरिक। पीएम मोदी ने ऑस्ट्रेलिया के शीर्ष उद्योगपतियों को भारत में निवेश की संभावनाओं के बारे में बताया। उन्होंने उद्योगपतियों के सामने भारत को दुनिया में निवेश के लिहाज से सबसे बेहतर बताया और भारत के विकास में सहयोगी बनने की अपील की।पीएम मोदी ने कहा कि जल्द ही ब्रिस्बेन में भारत का नया कॉन्सुलेट भी खोला जायेगा। आप जब भी भारत आयें तो अपना एक ऑस्ट्रेलिया का मित्र भारत में जरूर लायें , इससे उनको भी भारत को समझने में सहायता मिलेगी। पीएम मोदी ने भारत माता की जय के नारे के साथ अपने भाषण की समाप्ति की। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन देशों की अपनी यात्रा के तीसरे और अंतिम चरण के तहत सिडनी पहुंचे हैं। मोदी ऑस्ट्रेलियाई सरकार के मेहमान के तौर पर 22 से 24 मई तक ऑस्ट्रेलिया की यात्रा पर हैं। सिडनी के कुडोस बैंक एरीना में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वैदिक मंत्रोच्चार और अन्य पारंपरिक तरीके से स्वागत किया गया। पीएम मोदी के स्वागत में ऑस्ट्रेलिया का सिडनी शहर भारतीयता के रंग में रंग गया था। इस दौरान लोगों ने ‘भारत माता की जय’ और ‘मोदी-मोदी’ के नारे लगाये। वहीं महिलाओं ने उनके स्वागत में एक ख़ास गाना भी गाया।यहां सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी हुआ। यहां प्रधानमंत्री मोदी ने ऑस्ट्रेलिया के शीर्ष उद्योगपतियों से मुलाकात की। इस मुलाकात में पीएम मोदी ने ऑस्ट्रेलियाई उद्योगपतियों को भारत में निवेश के लिये आमंत्रित किया। इसके बाद पीएम मोदी ने सिडनी के कुडोस बैंक एरिना में भारतीय समुदाय को संबोधित किया। वहीं ऑस्टेलियन सुपर ग्रुप के सीईओ पॉल श्रोडर ने पीएम मोदी से मुलाकात के बाद कहा कि प्रधानमंत्री मोदी काफी प्रभावशाली व्यक्ति हैं , जो बिजनेस को समझते हैं। साथ ही वह काफी प्रेरित भी करते हैं। प्रधानमंत्री ने अपने सपनों के भारत के बारे में बताया।

आस्ट्रेलिया और भारत के बीच गहरा संबंध – आस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री

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सिडनी के कार्यक्रम में ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथोनी अल्बानीज ने कहा – आखिरी बार मैंने इस मंच पर ब्रूस स्प्रिंगस्टीन देखा था और उनका भी उस तरह से स्वागत नहीं मिला जैसा आज प्रधानमंत्री मोदी का हुआ है , प्रधानमंत्री मोदी बॉस हैं। उन्होंने आगे कहा – जब मैं मार्च में भारत में था , तो यह अविस्मरणीय क्षणों से भरा एक यात्रा थी। गुजरात में होली मनाना , दिल्ली में महात्मा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित करना। मैं जहां भी गया , मुझे ऑस्ट्रेलिया और भारत के लोगों के बीच गहरा संबंध महसूस हुआ। यदि आप भारत को समझना चाहते हैं , तो ट्रेन और बस से यात्रा करें।

Ravi sharma

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