सीडब्ल्यूसी की बैठक में हुई चुनावी परिणामों की समीक्षा-नईदिल्ली

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
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नई दिल्ली – पांच राज्‍यों के विधानसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन पर बड़ी चिंता हुई। कांग्रेस की चुनावी हार सबसे दुर्भाग्यपूर्ण बात है। सभी राज्यों में हमारा प्रदर्शन निराशाजनक रहा। चुनाव के नतीजों को देखने के बाद साफ है कि पार्टी में बदलाव और इन गंभीर झटकों पर संज्ञान लेने की जरूरत है। चुनाव परिणाम को देखने के बाद मुझे लगता है कि अब हर पहलू पर गौर करने की जरूरत है।हमें यह समझने की ही नहीं बल्कि असुविधाजनक कठिन पाठ सीखने की जरुरत है कि केरल और आसाम में सत्ताधारी दल को हम हरा क्यों नहीं पाये ? बंगाल में हमें शून्य क्यों मिला ? यदि हम आज सच्चाई का सामना नहीं करेंगे और तथ्यों का अध्ययन नहीं करेंगे तो सबक नहीं सीख पायेंगे।
उक्त बातें कांग्रेस की शीर्ष नीति निर्धारक इकाई कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की वर्चुअल बैठक मेँ कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कही। यह बैठक हालिया विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के बेहद खराब प्रदर्शन पर मंथन के लिये बुलायी गयी थी। इस दौरान वे मोदी केन्द्र सरकार पर भी जमकर बरसीं। कोरोना संक्रमण रोकने में असफल मोदी सरकार की कड़ी आलोचना करते हुये सोनिया गांधी ने बैठक में कहा कि मोदी सरकार कोरोना पर नियंत्रण करने में नाकाम साबित हुई है , ऐसे नाजुक समय में उन्‍होंने एक बार फिर सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की।उन्होंने केन्द्र सरकार पर हमला बोलते हुये कहा कि मोदी सरकार अपनी जिम्मेदारी से पीछे हट रही है , टीकाकरण राज्यों को सौंप दिया है। यह सही होता यदि राज्यों को टीका मुफ़्त उपलब्ध कराया जाता। पिछले चार हफ्तों में कोरोना वायरस की स्थिति काफी भयावह हुई है। और केंद्र सरकार की असफलता भी पूरी तरह सामने आ गई है। वैज्ञानिकों की सलाह को जानबूझकर नज़रअंदाज़ किया गया। देश मोदी सरकार के महामारी की उपेक्षा की बड़ी क़ीमत चुका रहा है। उन्होंने कोरोना की तीसरी लहर पर चिंता जताते हुये केन्द्र सरकार से फ्री में वेक्सीन उपलब्ध कराये जाने की मांग की। कोरोना को अप्रत्याशित स्वास्थ्य संकट बताते हुये उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि वे लोगों की हर संभव मदद करने के लिये आगे आयें। सोनिया गांधी ने हाल के चुनावों में कांग्रेस की नाकामी की समीक्षा के लिये एक समिति बनाने की बात भी कही। श्रीमति गांधी ने आसाम एवं केरल की हार और पश्चिम बंगाल में ज़ीरो सीट को अत्यंत निराशाजनक बताया। बता दें आसाम और केरल में सत्ता में वापसी का प्रयास कर रही कांग्रेस को हार झेलनी पड़ी। वहीं पश्चिम बंगाल में उसका खाता भी नहीं खुल सका और पुडुचेरी में उसे करारी हार का सामना करना पड़ा जहां कुछ महीने पहले तक वह सत्ता में थी। तमिलनाडु में उसके लिये राहत की बात रही कि द्रमुक की अगुवाई वाले उसके गठबंधन को जीत मिली। कांग्रेस कमेटी की बैठक में चार राज्यों में पार्टी की हुई हार को लेकर भी मंथन हुआ। साथ ही आगामी समय में जिन राज्यों में चुनाव होने हैं वहां पर अभी से ही तैयारियां शुरू करने के निर्देश भी जारी हुये। इसके साथ ही बैठक में कांग्रेस संसदीय बोर्ड के सुझावों , हालिया विधानसभा चुनावों के परिणाम की समीक्षा एवं कोरोना महामारी पर भी चर्चा हुई। इस बैठक में सोनिया गांधी , मनमोहन सिंह , राहुल गांधी , प्रियंका गांधी , गुलाम नबी आजाद , पी चिदंबरम , आनंद शर्मा , सभी राज्यों के प्रभारी , महासचिव समेत सीडब्ल्यूसी के बाकी सदस्य और कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेसी भी इस बैठक में शामिल हुये।

कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव टला
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देश भर में लगातार बढ़ रहे कोरोना वायरस के मामलों के चलते जून में होने वाले कांग्रेस के अगले अध्यक्ष के चुनाव को फिलहाल टाल दिया गया हैं। केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण ने 23 जून को मतदान तिथि तय की थी , लेकिन बाद में इसे अगली तारीख तक के लिये टाल दिया गया। अगली तारीख की घोषणा कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण द्वारा बाद में की जायेगी। इससे पहले अध्यक्ष पद का चुनाव कराये जाने के संकेत दिये थे।  पार्टी महासचिव वेणु गोपाल ने चुनाव तारीख की घोषणा भी कर दी थी। लेकिन देश में कोरोना महामारी से उत्पन्न हालात को देखते हुये ये फैसला लिया है।  काग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में इसे स्थगित करने का निर्णय लिया गया है क्योंकि इस परिदृश्य में चुनाव कराना सही नहीं होगा।

Ravi sharma

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