संतों के आगमन से होती है धरती पवित्र – महामहिम राष्ट्रपति

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
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मगहर – संत कबीर का पूरा जीवन मानव श्रेष्ठता का उदाहरण है। कबीर ने समाज को समानता और समरसता का मार्ग दिखाया और कुरीतियों / आडंबरों और भेदभाव को दूर करने के लिरे प्रेरित किया। उन्होंने संदेश दिया कि असहाय की सहायता किये बिना समाज में समरसता नहीं आ सकती। कबीर भले ही गरीब / वंचित परिवार में पैदा हुये लेकिन उन्होंने इसे अपनी कमजोरी नहीं बल्कि ताकत बनाया।


उक्त बातें महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज संतकबीर की धरा मगहर में शोध अकादमी के सभागार में लोगों को संबोधित करते हुये कही। उन्होंने कहा माना जाता है कि संतों के आगमन से धरती पवित्र होती है। इसका जीवंत उदाहरण मगहर है। संत कबीर के यहां आने से पहले मगहर की धरती ऊसर , बंजर और अभिशप्त थी। उनके आगमन से धरती खिल उठी। संत कबीर मगहर में तीन वर्ष तक रहे। इस दौरान गोरक्ष पीठ से सिद्ध संत भी उनके बुलावे पर मगहर आये और यहां के पानी की समस्या को दूर करते हुये गोरख तलैया से सूखी पड़ी आमी को जीवंत किया। महामहिम ने कबीर का दोहा कबीर सोई पीर है / जो जाने पर पीर पढ़कर लोगों का दु:ख दर्द समझने वाला बताया। राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि संत कबीर की पुण्य भूमि मगहर में आकर मुझे अत्‍यंत प्रसन्‍नता हो रही है और संत कबीर के अनुयायियों का उत्साह /लगन तथा समर्थन देखकर मुझे गौरव की अनुभूति हो रही है। उन्होंने कहा समाज के कमजोर लोगों के प्रति संवेदना रखे बिना और और असहायों की सेवा कियै बगैर समरसता नहीं आ सकती। संतकबीर ने सामाजिक समरसता को बढ़ाने के लिये कमजोरों के प्रति संवेदना और और असहायों की सेवा पर निरंतर जोर दिया। उनका समूचा जीवन सांप्रदायिक एकता का संदेश देता रहा। आज एक ही परिसर में उनकी समाधि व मजार का होना सांप्रदायिक एकता की दुर्लभ मिसाल है। विश्‍व पर्यावरण दिवस पर कबीर की समाधि के पास पौधरोपण करने का जिक्र करते हुये महामहिम कोविंद ने कहा आज विश्‍व पर्यावरण दिवस है। कबीर की समाधि और मजार पर श्रद्धासुमन अर्पित करने के बाद मैंने समाधि के निकट एक पौधा भी लगाया। मुझे याद है कि कुछ वर्ष पहले बोधगया से मैंने एक बोधि वृक्ष मंगवाया था। आज देखता हूं कि वह पौधा बड़ा हो गया है। आज लगाये गये ये सभी पौधे बड़े होकर कबीर की समाधि पर आने वालों को शीतलता प्रदान करेंगे। गौरतलब है कि राष्ट्रपति कोविंद संत कबीर की धरा मगहर पहुंचकर संत कबीर की समाधि पर मत्था टेककर कबीर चौरा परिसर में पौधारोपण भी किया। उन्होंने महान समाज सुधारक संतकबीर की साधना एवं निर्वाण स्थली मगहर में  31.49 करोड़ रुपये की लागत से बने संतकबीर अकादमी एवं शोध संस्थान / स्वदेश दर्शन योजना के अंतर्गत 17.61 करोड़ रुपये की लागत वाले इंटरप्रेटेशन सेंटर और 37.66 लाख रुपये की लागत से करायै गये कबीर निर्वाण स्थली के सौंदर्यीकरण कार्यों का लोकार्पण भी किया। बताते चलें कबीर से जुड़ी यादों को जिंदा रखने के लिये इस एकेडमी का निर्माण हुआ है। देश के कोने-कोने से यहां कबीर पर रिसर्च करने के लिये विद्यार्थी पहुंचेंगे। अपने उत्तरप्रदेश प्रवास के दौरान मगहर में आयोजित कार्यक्रमों के बाद महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आज एक दिवसीय वाराणसी दौरे पर विशेष विमान से लालबहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट बाबतपुर पहुंचे। जहां उनकी आगवानी प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने की। इसके साथ कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर , मंत्री रविंद्र जायसवाल , सांसद बीपी सरोज , जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारियों ने भी उनका भव्य स्वागत किया। यहां से वे हेलीकॉप्टर के जरिये सीधे बरेका गेस्ट हाउस पहुंचे , जहां उन्होंने लंच कर विश्राम किया। इसके पश्चात शाम को उन्होंने अपनी धर्मपत्नी के साथ काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचकर पूजन अर्चन किया। यहां के कार्यक्रम समाप्ति पश्चात महामहिम लखनऊ के लिये रवाना हो गये। वहीं राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद अपने उत्तरप्रदेश दौरे के अंतिम दिन कल 06 जून को उत्तरप्रदेश विधान मंडल के विशेष संयुक्त अधिवेशन को संबोधित करेंगे। इस दौरान यूपी के सभी विधायक और एमएलसी सदन में उपस्थित रहेंगे।

Ravi sharma

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