वित्तमंत्री ने आज तीसरी किस्त में किया अहम ऐलान-नईदिल्ली

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट

नई दिल्ली — आत्मनिर्भर भारत पैकेज की तीसरी किस्त में वित्तमंत्री ने एक बार फिर से किसानों और कृषि संबंधी अन्य काम जैसे फिशरीज, डेयरी, फूड प्रोसेसिंग, मधुमक्खी पालन, पशुपालन को राहत देने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि आज की घोषणा का फोकस 11 प्रमुख बिंदुओं पर है। इनमें से आठ बिंदुओं के जरिये कृषि इंफ्रास्ट्रक्चर और लॉजिस्टिक मजबूत करने की कोशिश की गई है और तीन उपाय प्रशासनिक सुधार से जुड़े हैं।
कोरोना संकट और लॉकडाऊन के बीच वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक प्रोत्साहन पैकेज को तीसरा आयाम देते हुये कृषि के बुनियादी ढांचे के लिये एक लाख करोड़ रुपये देने का ऐलान किया है। वित्तमंत्री की ओर से राहत पैकेज की तीसरी किस्त में कृषि सेक्टर पर फोकस किया गया है। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि कृषि के बुनियादी ढांचे को रफ्तार देने के लिये एक लाख करोड़ रुपये के वित्तपोषण की सुविधा दी जायेगी। कृषि अवसंरचना परियोजनाओं को इसका लाभ मिलेगा। जिसमें फॉर्म गेट के तहत जिसमें कृषि से जुड़े इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स शामिल होंगे। इसके अलावा एग्रीग्रेटर्स जैसे प्राइमरी एग्रीकल्चर कॉआपरेटिव सोसाइटी (PACS), फॉर्मर्स प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन (एफपीओ), एग्रीकल्चर एन्टरप्रेन्योर्स और स्टार्ट अप आदि के लिये होगा। वित्तमंत्री ने यह भी बताया कि भारत में पशुधन को बढ़ाने के उद्देश्य से (भैंस, भेड़, बकरी और सुअर) 100% टीकाकरण के लिये 13,343 करोड़ रुपये के कुल परिव्यय के साथ ‘राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम’ की शुरुआत की गई है। पंद्रह हजार करोड़ रुपये के प्रावधान के साथ सरकार ने पशुपालन अवसंरचना विकास निधि की घोषणा की। पैकेज की तीसरी किस्त में वित्तमंत्री ने मधुमक्खी पालन को बढ़ावा देने के लिये सरकार ने 500 करोड़ की योजना का ऐलान किया हैं। सरकार के इस ऐलान का फायदा दो लाख मधुमक्खी पालकों को होगा।

Ravi sharma

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