वसुधैव कुटुंबकम् हम सबका लक्ष्य – सीएम योगी

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
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वाराणसी – भारत में अलग-अलग पंथ और समुदाय हैं लेकिन ये विभाजन के लिये नहीं हैं। यह मंजिल तक पहुंचने के लिये अलग-अलग मार्ग हैं , लक्ष्य सबका एक ही है वसुधैव कुटुंबकम्। हम सभी को सदैव धर्म के मार्ग पर चलकर उसका अनुसरण करना चाहिये।
उक्त बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज काशी के जंगमबाड़ी मठ में इक्कीसवीं सदी के पहले पट्टाभिषेक समारोह में संतों को संबोधित करते हुये कही। इसके पहले उन्होंने मठ में पूजन अर्चन किया फिर दीप जलाकर समारोह की शुरुआत की। मुख्यमंत्री ने कहा कि जंगमबाड़ी मठ के गुरुकुल परंपरा ने 100 साल की एक लम्बी यात्रा पूरी कर शताब्दी समारोह आयोजित कर रहा है। उन्होंने भारत की एकता पर वसुधैव कुटुंबकम के सिद्धांत की चर्चा करते हुये कहा कि भारत में अलग- अलग पंथ व समुदाय के लोग रहते हैं , परंतु ये विभाजन के लिये नहीं है। ये मंजिल तक पहुंचने के लिये अलग-अलग मार्ग है। सीएम योगी ने ने कहा कि जब कोई राष्ट्र सशक्त होता है तब उस राष्ट्र में रहने वाले हर धर्म व संप्रदाय के लोगों की प्रतिष्ठा पूरे विश्व में बढ़ती है। उन्होंने कहा कि एक भारत सशक्त भारत की संकल्पना को साकार करने के लिये एक भारत श्रेष्ठ भारत से जोड़ना होगा। सीएम ने कहा कि धर्म से बढ़कर भारत के अनुयायी हैं और हम सभी का संकल्प है कि भारत का वैभव अमर रहे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में काशी विश्वनाथ धाम संवर चुका है। काशी विश्वनाथ धाम से ही काशी की पहचान है। दूर-दूर से दर्शनार्थी बाबा के दर्शन के लिये आते हैं , अब यही काम अयोध्या में हो रहा है। अपने संबोधन में उन्होंने देश भर के विभिन्न मठों से आये धर्माचार्यों व वीरशैव संप्रदाय के श्रद्धालुओं के बीच कहा कि काशी के सांसद पीएम मोदी  नेतृत्व में काशी विश्वनाथ मंदिर का अलौकिक कायाकल्प हुआ। ठीक इसी तरह का कार्य अयोध्या में भी हो रहा है , भगवान राम का भव्य मंदिर बन रहा है। सीएम योगी ने कहा कि हम सभी महाभारत के अर्जुन की तरह से जीवित मात्र हैं। अयोध्या में देश के हर पंथ और संप्रदाय के अनुयायियों के लिये अपनी धर्मशाला और मठ स्थापित करने के लिये अलग से भूमि आवंटन का काम शुरू होने वाला है। बहुत जल्द इस कार्यक्रम को आगे बढ़ायेंगे। सीएम योगी ने कहा कि पूरे भारत को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नेतृत्व मिल रहा है। यही कारण है कि आज नई ऊर्जा के साथ भारत आगे बढ़ रहा है। अंत में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश व महाराष्ट्र समेत तमाम राज्यों से बाबा विश्वनाथ की नगरी में आये श्रद्धालुओं को नमन किया। इस पट्टाभिषेक कार्यक्रम में देश के साथ – साथ रसिया , श्रीलंका , नेपाल से भी लोग शामिल हुये। काशीपीठ जगद्गुरु डॉ. चंद्रशेखर शिवाचार्य महास्वामी के उत्तराधिकारी के रुप में मल्लिकार्जुन को गद्दी सौंपी गई । समारोह की समाप्ति पश्चात जंगमबाड़ी मठ में जगद्गुरु डॉ. चंद्रशेखर शिवाचार्य महास्वामी, उज्जैन पीठ के जगद्गुरु सिद्लिंग राजदेसी केंद्र शिवाचार्य महास्वामी ओर श्रीशैलपीठ के जगद्गुरु डॉ. चन्ना सिद्धराम पंडिताराध्य शिवाचार्य महास्वामी ने उनका मस्तकाभिषेक किया।

मस्तकाभिषेक के बाद शोभायात्रा निकाली गई। बैंड बाजे की धुन पर नाचते गाते श्रद्धालु चल रहे थे । जगद्गुरु डॉ. मल्लिकार्जुन पालकी में सवार थे और पालकी यात्रा दशाश्वमेध घाट पहुंची। मां गंगा का विधि-विधान से पूजन करके फिर सभी वापस मठ पहुंचे। मठ में ही पट्टाभिषेक की सभी परंपराओं का संप्रदाय के अनुसार निर्वहन किया गया।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने दो दिवसीय दौरे पर आज दोपहर वाराणसी पहुंचे। संपूर्णानंद संस्‍कृत विवि के खेल मैदान में मुख्यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ हेलीकाप्‍टर से पहुंचने पर उनके स्‍वागत करने के लिये पार्टी की ओर से पदाधिकारी और प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे। यहां स्वागत पश्चात सीएम योगी जंगमबाडी मठ में आयोजित समारोह में शामिल होने रवाना हो गये। वहीं जंगमबाड़ी मठ में मुख्‍यमंत्री के आगमन को देखते हुये परिसर में सुरक्षा व्‍यवस्‍था कड़ी कर दी गई थी। जंगमबाड़ी मठ पहुंचने के बाद सीएम का औपचारिक स्‍वागत किया गया। इसके बाद मठ में दीप प्रज्वलित कर सीएम ने आयोजन की औपचारिक शुरुआत की गई। इस दौरान सीएम को मठ प्रशासन की ओर से प्रसाद व धार्मिक वस्‍तुयें भेंट की गईं। जंगमबाड़ी मठ के आयोजन में शामिल होने के बाद मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ सर्किट हाउस में विकास कार्यों की समीक्षा में शामिल हुये। समीक्षा बैठक के बाद वे देर शाम डीएवी पीजी कालेज में आजादी के अमृत महोत्सव के तहत चौरी- चौरा कांड की 100 वीं वर्षगांठ पर आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुये। फिर श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन के साथ ही दशाश्वमेध प्लाजा समेत अन्य परियोजनाओं का स्थलीय निरीक्षण किया। माना जा रहा है कि मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ पीएम नरेन्‍द्र मोदी के वाराणसी के प्रस्‍तावित दौरे के पूर्व ही विकास के साथ पीएम के प्राथमिकता आधारित परियोजनाओं को लेकर मंथन भी करेंगे। इसके साथ ही लंबित चल रही परियोजनाओं को लेकर भी वह अधिकारियों से विचार विमर्श कर सकते हैं।

Ravi sharma

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