महाशिवरात्री पर सैंड आर्टिस्ट मधुरेंद्र ने यूक्रेन-रूस संघर्ष के बीच वैश्विक शांति का दिया संदेश

*महाशिवरात्री पर दिखी बिहार में दुनियां की सबसे ऊंची भगवान शिव की शक्तिशाली प्रतिमा, सैंड आर्टिस्ट मधुरेंद्र ने यूक्रेन-रूस संघर्ष के बीच वैश्विक शांति का दिया संदेश*

*महाशिवरात्रि के पूर्व संध्या पर यूक्रेन-रूस संघर्ष के बीच बिहार के सैंड आर्टिस्ट मधुरेंद्र ने गंगा तट पर रेत से भगवान शिव की 20 फिट ऊंची शक्तिशाली तस्वीर बनाकर वैश्विक शांति का दिया संदेश*

मोतिहारी, पूर्वी चंपारण: आज देश भर में महाशिवरात्रि की धूम है। सभी लोग अपने- अपने तरीके से भगवान शिव के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त करने में लगे हैं। कहीं लोग कलश यात्रा निकाल रहे हैं तो कहीं बारात निकाली जा रही है। लोग भगवान शंकर और उनके दूत बन रहे हैं। वहीं दूसरी ओर महा शिवरात्रि के अवसर पर पूर्वी चंपारण जिले के बिजबनी घोड़ासहन निवासी प्रसिद्ध रेत कलाकार मधुरेंद्र कुमार ने गंगा तट पर एक टन बालू का उपयोग करके भगवान शिव की 20 फिट ऊंची एक सुंदर रेत कला बनाई हैं। और लिखा है ओम नमः शिवाय। महा शिवरात्रि 2023 की यह रेत कला न केवल सुंदर है बल्कि एक शक्तिशाली संदेश भी देती है – वैश्विक शांति का संदेश। मधुरेंद्र कुमार ने यूक्रेन-रूस संघर्ष के बीच इस महत्वपूर्ण संदेश को व्यक्त करने के लिए रेत कला का उपयोग किया, जिसने भारत सहित दुनिया को एक कठिन परीक्षा में डाल दिया है। सैंड आर्ट के कारीगर मधुरेंद्र ने बताया कि हम इस बार महाशिवरात्रि के अवसर पर दुनियां में पहली सबसे ऊंची भगवान शिव की प्रतिमा को बनाकर अपनी श्रद्धा व्यक्त करते भगवान शिव से विश्व शांति के लिए प्रार्थना करते हैं। बता दें कि सैंड आर्टिस्ट मधुरेंद्र के द्वारा बालु से निर्मित भगवान शिव की प्रतिम पूरी तरह जीवंत दिख रही है। ऐसा लग रहा है मानो भगवान शंकर अभी बोल उठेंगे। गौरवतलब हो कि सैंड आर्टिस्ट मधुरेंद्र कुमार विभिन्न मौकों पर अपनी कला से लोगों को प्रेरित करते समाज को अपनी बेहतरीन कला से नया संदेश देते हैं।

Ravi sharma

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