अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
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जगन्नाथपुरी — महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रथम महिला सविता कोविंद ने आज जगन्नाथपुरी में भगवान जगन्नाथ मंदिर के दर्शन किये। राष्ट्रपति कोविंद के साथ केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान , राज्यपाल गणेशी लाल एवं मंदिर प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राष्ट्रपति मंदिर के गर्भ गृह में गये और उन्होंने भगवान जगन्नाथ , भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा के दर्शन किये। पुरी के गजपति महाराज दिव्यसिंह देव और मंदिर के मुख्य प्रशासक कृष्णकुमार ने राष्ट्रपति का मंदिर के सिंह द्वार पर स्वागत किया। उन्होंने मंदिर परिसर में स्थित मां विमला और महालक्ष्मी की भी पूजा की , उन्होंने लगभग 40 मिनट मंदिर में बिताये। राष्ट्रपति कोविंद और उनकी पत्नी ने पहले जगन्नाथ मंदिर में देवताओं की पूजा-अर्चना की और फिर प्रशासकों के साथ बैठक में उन्हें एक लाख रुपये का चेक सौंपा। राष्ट्रपति और देश की प्रथम महिला ने महाप्रभु जगन्नाथ से भी आशीर्वाद लिया। राष्ट्रपति के स्वागत में मंदिर को फूलों से विशेष तौर पर सजाया गया था और यहां की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गयी थी। बता दें कि इससे पहले वे वर्ष 2018 में इस मंदिर में आये थे। राष्ट्रपति के आने से आधे घंटे पहले से आम लोगों के मंदिर प्रवेश पर पाबंदी लगा दी गयी थी तथा ग्रैंड रोड के दोनों तरफ सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठान और दुकानें सुरक्षा कारणों से बंद कर दी गयी थीं। जगन्नाथ महाप्रभु के दर्शन के बाद महामहिम राष्ट्रपति कोविंद और उनकी पत्नी सविता ने कोणार्क में सूर्य मंदिर का भी दौरा किया जो यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल है। राष्ट्रपति कोविंद ने नये युग के संग्रहालय सूर्य मंदिर व्याख्या केंद्र का भी दौरा किया, जिसका उद्घाटन 2018 में कोणार्क मंदिर के समृद्ध इतिहास के बारे में पर्यटकों और भावी पीढ़ियों को शिक्षित करने के लिये किया गया था। बता दें कि महामहिम राष्ट्रपति कोविंद 20 मार्च को ओडिशा पहुंचे थे और अगले दिन एनआईटी राउरकेला के 18 वें वार्षिक दीक्षांत समारोह में शामिल हुए। उसी दिन, राष्ट्रपति कोविंद ने राउरकेला स्टील प्लांट में एक सुपर स्पेशलिटी अस्पताल का उद्घाटन किया। इसके बाद सोमवार को भगवान जगन्नाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की। इसके बाद उन्होंने कोणार्क स्थित इंडियन ऑयल फाउंडेशन ट्रस्ट इंटरप्रिटेशन सेंटर का दौरा किया , उड़ीसा की सभी कार्यक्रमों के समापन के बाद वे दिल्ली के लिये रवाना हो गये।