बिहार के पुनर्वास विशेषज्ञों ने जाना प्री एकेडमिक कौशल के गुर!-

बिहार के पुनर्वास विशेषज्ञों ने जाना प्री एकेडमिक कौशल के गुर!

मुजफ्फरपुर-आज भारत सरकार के अधीन रिहेबिलेटेशन काउंसिल आॅफ इंडिया के अनुमोदन पर जे.एम.इंस्टिट्यूट आॅफ स्पीच एंड हियरिंग द्वारा मुज्जफरपुर (उत्तर बिहार) में तीन दिवसीय सतत पुनर्वास शिक्षा का आगाज किया गया ।संस्थान के नवनिर्मित मेडिकल कॉलेज में प्रशिक्षुगण को प्रशिक्षण देते हुए डॉ॰ मनोज कुमार,वरीय मनोवैज्ञानिक द्वारा पढने -लिखने में कमजोर व खासतौर से बौद्धिक दिव्यांगता से पीङीत के संज्ञानात्मक विकास पर गंभीरता से सूक्ष्मतम पहलूओं से अवगत कराया।

अपने व्याख्यान में मनोवैज्ञानिक चिकित्सक द्वारा माता-पिता व विशेष शिक्षको से अपील किया की प्रभावित स्टुडेन्टस का मूल्यांकन उनमें विद्दमान मानवीय क्षमता के अनूकूल किया जाना चाहिए।जबतक मौजूद संज्ञानात्मक क्षमताओं का आंकलन नही होगा तब तक समाज में दिव्यांगजन के प्रति नकारात्मक पूर्वाग्रह रहेगा।इन्होंने मुख्य रूप से ट्रेनिंग देते हुए कहा की माता-पिता,अभिभावक व समाज के लोग लिखने में त्रुटि,पढने में असुविधा व गणितीय कौशल इत्यादि में होनेवाली विफलता को नकारात्मक गुण मानती हैं और इन्ही वजहों से बाद में ऐसे बच्चे परिवार और समाज से कट जाते हैं जिससे उनका संपूर्ण सामाजिकरण नही हो पाता।इसे प्रोफेशन्लस द्वारा एक चैलेंज के रूप में लिया जाना चाहिए।


प्रशिक्षण में सुश्री मानसी मोरे क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट द्वारा सहज तरीके से गणितीय कौशल की पहचान व विशेष बच्चों के शिक्षा के लिए सतत आवश्यक स्टेप्स की महत्वपूर्ण जानकारी दी गयी।पहले दिन के इस कार्यक्रम में अधीक्षिका व विशेष शिक्षिका श्रीमति रीमा यादव द्वारा सरल शब्दों में लेखन कौशलों से अभ्यर्थियों को परिचित कराया गया।इसके साथ ही इनके द्वारा प्रतिकात्मक चित्रों के माध्यम से बिहार के विशेषज्ञों को भी जानकारी दी गयी।कार्यक्रम के अंत में श्री सुनिल यादव विशेष शिक्षक सह प्रशिक्षक द्वारा पढने के कौशल से लोगों को रूबरू करवाया गया।


आज के इस राज्य स्तरीय प्रशिक्षण में मुख्य अतिथि जहानाबाद के पूर्व सांसद डॉ॰ अरूण कुमार द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि समाज में दिव्यांगजन की क्षमताओं को सकारात्मक रूप में देखना चाहिए ।इस तरह के प्रोफेशन में कार्यरत सभी प्रबुद्ध लोगों का समाज में अभिवादन किया जाना चाहिए।ये ऐसे कङी हैं जो दिव्यांगजन की प्रतिभा का पता लगाकर परिवार,समाज और रोजगार से जोङ देश की सेवा करते हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्थान की अध्यक्षा श्रीमती डॉ॰ मनीषा कुमारी द्वारा किया गया ।उन्होनें दिव्यांगता के क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों , संस्थान के नैतिक मूल्यों व उदेश्यपरक कर्तव्यों की जानकारी लोगों को दिया ।इस अवसर पर संस्थान के संरक्षक श्री सत्यनारायण सिंह ने भी संस्था के विकास पर संतोष व्यक्त किया।इस अवसर पर पूर्व विधान पार्षद डॉ॰ अजय कुमार अल्मस्त,वरिय अधिवक्ता व 60 से अधिक अभ्यर्थियों के आलावा कुल मिलाकर 150 से अधिक लोगों ने समारोह में शिरकत की। कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत सह धन्यवाद ज्ञापन संस्थान के प्रिंसिपल श्री प्रेमलाल राय ने किया।

Ravi sharma

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