किसानों को आत्मनिर्भर बनाने स्वामित्व योजना की बड़ी भूमिका – पीएम मोदी

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
➖➖➖➖➖➖➖➖
वाराणसी – हम यूपी में विरासत को बढ़ाने के साथ-साथ यूपी का विकास भी कर रहे हैं , लेकिन विकास से विपक्ष को कष्ट होता है। मैं जब काशी और उत्तरप्रदेश के विकास में डबल इंजन की डबल शक्ति और डबल विकास की बात करता हूं तो कुछ लोगों को कष्ट ज्यादा ही होता है। ये वे लोग हैं जिन्होंने उत्तरप्रदेश की राजनीति को जाति , वर्ग और मजहब के नजरिये से ही देखा है। ये वे लोग हैं जिन्होंने उत्तरप्रदेश की राजनीति को सिर्फ जाति , पंथ , मत-मज़हब के चश्मे से ही देखा। ये वे लोग हैं जिन्होंने आम आदमी की सुविधा और सहूलियत के बारे में कभी सोचा ही नहीं है। उनकी सोच , डिक्शनरी , बोलचाल और शब्दावली में माफियावाद , परिवारवाद , जमीनों पर अवैध कब्जा है।
उक्त बातें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज वाराणसी को करोड़ों की सौगात देने के बाद जनसभा को संबोधन के दौरान विपक्ष पर हमला करते हुये कही। पीएम ने कहा कि इन लोगों ने कभी नहीं चाहा कि यूपी का विकास हो , यूपी की आधुनिक पहचान बने। स्कूल , कॉलेज , अस्पताल , सड़क , पानी , बिजली , गरीबों के घर , गैस कनेक्शन , शौचालय , इनको तो वो विकास मानते ही नहीं। सबका साथ , सबका विकास , सबका विश्वास और सबका प्रयास की ये भाषा भी उनके सिलेबस से बाहर है। अपना स्वार्थ सोचने वाले इन लोगों को पूर्वांचल के विकास से , बाबा के काम से , विश्वनाथ धाम के काम से आपत्ति होने लगी है। पीएम ने कहा यूपी को दशकों तक पीछे धकेलने वाले ऐसे लोगों की दिक्कत अभी और बढ़ेगी। डबल इंजन की सरकार के प्रति जनता का आशीर्वाद जैसे-जैसे बढ़ता जायेगा उनका गुस्सा और ज्यादा होता जायेगा। पीएम मोदी ने अपना संबोधन लोगों के अभिवादन से किया। पीएम ने कहा कि वाराणसी के पिंडरा क्षेत्र के प्रणाम करत हईला। जौनपुर के लोगन के भी प्रणाम। आज ये क्षेत्र एक बार फिर से पूरे प्रदेश के किसानों के लिये बहुत बड़े आयोजन का साक्षी बना। आज देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरणसिंह की जन्मजयंती है , उनकी स्मृति में देश किसान दिवस मना रहा है। उन्होंने विपक्ष पर हमला करते हुये पुन: कहा कि हमारे यहां गाय , गोबर-धन की बात करना कुछ लोगों ने गुनाह बना दिया है। गाय कुछ लोगों के लिये गुनाह हो सकती है लेकिन हमारे लिए गाय , माता है , पूजनीय है। गाय- भैंस का मजाक उड़ाने वाले लोग ये भूल जाते हैं कि देश के आठ करोड़ परिवारों की आजीविका ऐसे ही पशुधन से चलती है। पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार पूरी ताकत से किसानों के लिये काम कर रही है। सहकारिता क्षेत्र में अहम भूमिका निभाने वाली बनास डेयरी और पशुपालकों के बीच एक नई साझेदारी शुरू हुई है। इससे सिर्फ पिंडरा ही नही आसपास के सभी क्षेत्रों को इसका लाभ होगा। आसपास के गांवों में दूध खराब होने की चिंता से भी मुक्ति मिलेगी। भारत के डेयरी सेक्टर को मजबूत करना आज हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। इसी कड़ी में आज यहां बनास काशी संकुल का शिलान्यास किया गया है। अच्छे किस्म के पशुओं को पाला जायेगा। दूध दही छास मक्खन के अलावा यहां आइसक्रीम और मिठाइयां भी बनेंगी। यानि बनारस की छेने की मिठाईयां या लौंगलता का स्वाद और बढ़ जायेगा। एक प्रकार से बनास काशी संकुल बनारस के रस को और बढ़ा देगा।पीएम ने कहा कि मुझे खुशी है कि यूपी आज देश का सबसे अधिक दूध उत्पादक राज्य तो है ही , डेयरी सेक्टर के विस्तार में भी बहुत आगे है। छह – सात वर्ष पहले की तुलना में देश में दूध उत्पादन लगभग 45 प्रतिशत बढ़ा है। आज भारत दुनियां का लगभग 22 प्रतिशत दूध उत्पादन करता है। मेरा अटूट विश्वास है कि देश का डेयरी सेक्टर , पशुपालन , श्वेत क्रांति में नई ऊर्जा , किसानों की स्थिति को बदलने में बहुत बड़ी भूमिका निभा सकती है। इस विश्वास के कई कारण भी हैं। पशुपालन की फायदा बताते हुये मोदी ने कहा कि पहला ये कि पशुपालन देश के छोटे किसान जिनकी संख्या दस करोड़ से भी अधिक है , उनकी अतिरिक्त आय का बहुत बड़ा साधन बन सकता है। दूसरा ये कि भारत के डेयरी प्रॉडक्ट्स के पास , विदेशों का बहुत बड़ा बाजार है जिसमें आगे बढ़ने की बहुत सारी संभावनायें हमारे पास हैं। तीसरा ये कि पशुपालन , महिलाओं के आर्थिक उत्थान , उनकी उद्यमशीलता को आगे बढ़ाने का बहुत बड़ा जरिया है। चौथा ये कि जो हमारा पशुधन है, वो बायोगैस , जैविक खेती , प्राकृतिक खेती का भी बहुत बड़ा आधार है। पीएम ने कहा कि हमने कामधेनु आयोग का गठन किया , हजारों करोड़ का विशेष फंड बनाया है , किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड से जोड़ा है। किसानों को गुणवत्ता वाले बीज फ्री में मिलें इसका भी कार्य हो रहा है। हमारी सरकार सिर्फ कोरोना वैक्सीन ही मुफ्त नहीं लगा रही बल्कि पशुधन को बचाने के लिये अनेक टीके मुफ्त लगा रही है। पीएम ने कहा कि पहले खेती आदि सब कुछ प्राकृतिक होता था लेकिन समय के साथ दबाव बढ़ता गया और प्राकृतिक खेती कम होती गई। लेकिन अब एक बार फिर समय की मांग है कि हम प्राकृतिक खेती की ओर लौटें। धरती मां के कायाकल्प के लिये , हमारी मिट्टी की सुरक्षा के लिये , आने वाली पीढ़ियों के भविष्य को सुरक्षित रखने के लिये , हमें एक बार फिर प्राकृतिक खेती की तरफ मुड़ना ही होगा और यही आज समय की मांग है। मैं अपने किसान भाई-बहनों से आग्रह करता हूं कि आप प्राकृतिक खेती की तरफ आगे बढ़ें। इसमें खर्च कम होता है उत्पाद भी बढ़ता है। ये सबसे सुरक्षित तरीका है और इससे उपजे फसलों की कीमत भी ज्यादा मिलती है। पीएम मोदी ने कहा कि किसानों को आत्मनिर्भर बनाने , अवैध कब्जे से मुक्त करने में स्वामित्व योजना की बड़ी भूमिका है। योगी जी के नेतृत्व में ये काम सफलतापूर्वक हो रहा है। करीब 21 लाख परिवारों को घरौनी के दस्तावेज दिये गये हैं। अब किसी पिछड़े दलित या कमजोर लोगों को अपने घर पर कब्जे की चिंता नहीं होगी। घरौनी मिलने से जरूरत पड़ने पर बैंकों से लोन लेना आसान होगा। रोजगार के माध्यम उपलब्ध होंगे। विकास की जब बात आती है तो काशी अपने आप में मॉडल बनता जा रहा है। पुरातन व्यवस्था बनाये रखते हुये आधुनिकता की ओर कैसे बढ़ा जा सकता है उसे काशी दिखा रहा है। लंगर हॉल के बनने से यहां देश भर से आने वाले श्रद्धालुओं को भी सुविधा होगी। डबल इंजन की सरकार यूपी के लिये ऐसी ही मेहनत करती रहेगी , हम विकास के नये रिकॉर्ड बनाते रहेंगे। आप सभी को सभी विकास परियोजनाओं की बधाई। अंत में पीएम ने भारत माता की जय के नारे लगवाये और अपने संबोधन को विराम दिया।

इन परियोजनाओं का हुआ शिलान्यास
➖➖➖➖➖➖➖➖
बनास काशी संकुल करखियांव – 475 करोड़ रूपये , मोहनसराय दीनदयाल चकिया मार्ग (लंबाई 11 किमी) के मध्य सर्विस लेन के साथ सिक्स लेन कार्य – 412.53 करोड़ रुपये , वाराणसी -भदोही-गोपीगंज मार्ग (एसएच-87) भी फोर लेन ( 8.6 किलोमीटर) मार्ग का चौड़ीकरण व सुदृढ़ीकरण- 269 .10 करोड़ रुपये , दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड संयत्र , रामनगर बायो गैस पावर उत्पादन केंद्र -19 करोड़ रूपये , आयुष मिशन के तहत राजकीय होम्यापैथिक मेडिकल कॉलेज- 49.99 करोड़ रुपये।

इन परियोजनाओं का हुआ लोकार्पण
➖➖➖➖➖➖➖➖➖
पचास बेड युक्त एकीकृत आयुष चिकित्सालय ग्राम भदरासी विकास खंड आराजीलाइन- 6.41 करोड़ रुपये , कालभैरव वार्ड का पुनर्विकास कार्य ( स्मार्ट सिटी ) -16.24 करोड़ रूपये , राजमंदिर वार्ड का पुनर्विकास कार्य ( स्मार्ट सिटी ) -13.53 करोड़ रूपये , दशाश्वमेध वार्ड का पुनर्विकास कार्य (स्मार्ट सिटी) – 16.22 करोड़ रूपये , जंगमबाड़ी वार्ड का पुनर्विकास कार्य-12.65 करोड़ (स्मार्ट सिटी ) , गढ़वासी टोला का पुनर्विकास कार्य-7.90 करोड़ (स्मार्ट सिटी ) ,नदेसर तालाब का विकास एवं सुंदरीकरण -3.02 करोड़ (स्मार्ट सिटी ) , सोनभद्र तालाब का विकास एवं सुंदरीकरण -1.38 करोड़ (स्मार्ट सिटी ) , शहर में 720 स्थल पर उन्नत सर्विलांस कैमरा-128 .04 करोड़ (स्मार्ट सिटी ) , बेनियाबाग पार्क में भूमिगत पार्किंग व पार्क का विकास कार्य-90.42 करोड़ (स्मार्ट सिटी ) , सड़क व चौराहों का सुधार कार्य (फेज-1 मैदागिन से गोदौलिया, गोदौलिया से सोनारपुरा व सोनारपुरा से अस्सी व सोनारपुरा से भेलूपुर व गोदौलिया से गिरजाघर) -25 करोड़ (स्मार्ट सिटी ) , पचास एमएलडी क्षमता की एसटीपी रमना का निर्माण – 161.31 करोड़ (गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई) , बीएचयू में डॉक्टर हॉस्टल, नर्स हॉस्टल और धर्मशाला का निर्माण-130 करोड़ (केंद्रीय लोक निर्माण विभाग) , बीएचयू में अंतरविश्वविद्यालयी शिक्षक शिक्षा केंद्र का निर्माण – 107.36 करोड़ (केंद्रीय लोक निर्माण विभाग) , बीएचयू में 80 आवासीय फ्लैट-पैकेज-1 तहत जोधपुर कालोनी में निर्मित-60.63 करोड़ (केंद्रीय लोक निर्माण विभाग) , बीएचयू में 80 आवासीय फ्लैट-पैकेज-2 तहत जोधपुर कालोनी में निर्मित-60.63 करोड़ (केंद्रीय लोक निर्माण विभाग) , राजकीय आइटीआइ करौंदी में 13 आवासों का निर्माण-2.75 करोड़ (सीएंडडीएस) , गुरू रविदास की जन्म स्थली सीरगोवर्धन के पर्यटन विकास फेज-1 के तहत सामुदायिक हॉल और शौचालय का निर्माण-5.35 करोड़ (राजकीय निर्माण निगम लिमिटेड भदोही इकाई) , अंतर्राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान ईरी में स्पीड ब्रीडिंग फैसिलिटी का निर्माण , 03.55 करोड़ (ईरी के सवीर बायोटेक लिमिटेड) , केंद्रीय उच्च तिब्बती शिक्षण संस्थान सारनाथ में शिक्षक प्रशिक्षण भवन का निर्माण-07.10 करोड़ (नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन) ,
तहसील पिंडरा में दो मंजिला अधिवक्ता भवन का निर्माण -1.64 करोड़ रूपये (लोक निर्माण विभाग, निर्माण खंड) , क्षेत्रीय निर्देश मानक प्रयोगशाला का निर्माण पिंडरा-9.03 करोड़ (केंद्रीय लोक निर्माण विभाग)
गौरतलब है कि दस दिन के अंदर ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दूसरी बार अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दौरे पर पहुंचे। वे विमान से बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचे , जहां राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और सीएम योगी आदित्यनाथ ने स्वागत किया। यहां से वे सड़क मार्ग से पिंडरा स्थित करखियांव पहुंचे। सभास्थल पहुंचकर उन्होंने सीएम योगी के विकास परियोजनाओं के मॉडल का अवलोकन किया। बनास डेयरी के चेयरमैन शंकर चौधरी ने पीएम मोदी को सदरी पहनाई। शंकर चौधरी ने अमूल परिवार से जुड़े लाखों पशुपालकों की ओर से पीएम को धन्यवाद ज्ञापित किया। पीएम मोदी ने बटन दबाकर बनास दुग्ध प्लांट से लेकर तमाम विकास परियोजनाओं की सौगातें दी। इस मौके पर पीएम ने मंच से छह लोगों को घिरौनी भी दी। पीएम मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत हर-हर महादेव से की। त्रिलोचन महादेव और माता चौकिया देवी का जयकारा भी लगाया। उनका निशाना विपक्ष पर रहा और फोकस किसानों और पशुपालकों पर रहा। बता दें कि पीएम मोदी वाराणसी शहर नही आये थे बल्कि शहर से तीस किलोमीटर दूर अमूल डेयरी के प्लांट के उद्घाटन स्थल से ही उन्होंने बनारस की कुछ योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इसके अलावा काई अन्य पहलुओं की शुरुआत करने के पश्चात उन्होंने वहाँ मौजूद जनसभा को संबोधित भी किया। इस दौरे पर उन्होंने वाराणसी को लगभग 2100 करोड़ की परियोजनाओं की सौगात सौंपी। पीएम ने 870.16 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 22 परियोजनायें जनता को समर्पित करने के साथ ही 1225. 51 करोड़ की परियोजनाओं की नींव भी रखी। इस तरह काशी को प्रधानमंत्री 2095.67 करोड़ की सौगात दी। इसमें करखियांव में अमूल डेयरी संयंत्र का शिलान्यास , बेनियाबाग में पार्किंग और इंट्रीग्रेटेड सर्विलांस सिस्टम सहित अन्य कार्यों का लोकार्पण शामिल रहा। करखियांव में जनसभा से पहले वे स्वामित्व योजना के तहत घरौनी वितरित किये और बटन दबाकर प्रदेश भर के 20 लाख लोगों को घरौनी का लिंक मैसेज भेजे। इसके साथ ही वे दुग्ध उत्पादों की गुणवत्ता के लिए पोर्टल और लोगो को भी लांच किये। उन्होंने करखियांव में जनसभा को संबोधित करने से पूर्व 475 करोड़ की बनास काशी संकुल परियोजना की नींव भी रखी।

Ravi sharma

Learn More →