इतिहास के हर दौर में यूपी अग्रणी राज्य रहा – महामहिम राष्ट्रपति

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
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लखनऊ – उत्तरप्रदेश विधान मण्डल का इतिहास अद्भुत उदारता और व्यापकता के उदाहरण प्रस्तुत करता है। उत्तरप्रदेश की सामाजिक / सांस्कृतिक /आर्थिक व भौगोलिक विविधता यहां के लोकतन्त्र को और भी समृद्ध बनाती है। उत्तरप्रदेश की बीस करोड़ से अधिक की आबादी अनेकता में एकता की हमारी सांस्कृतिक विशेषता का बहुत अच्छा उदाहरण हमारे सामने प्रस्तुत करती है। राष्ट्रव्यापी राजनीति के संदर्भ में उत्तरप्रदेश के लिये इससे बढ़कर गर्व की बात क्या हो सकती है कि इस राज्य से लोकसभा के लिये निर्वाचित सांसदों में से 09 प्रधानमंत्रियों ने अब तक देश को नेतृत्व प्रदान किया है। इसके अलावा उत्तरप्रदेश में ही स्वाधीन भारत की पहली महिला मुख्यमंत्री के निर्वाचन का इतिहास रचा गया।


उक्त बातें महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज आजादी के अमृत महोत्सव के तहत विधानसभा और विधान परिषद के संयुक्त विशेष सत्र को संबोधित करते हुये कही। यूपी विधानमंडल के दोनों सदनों को संबोधित करते हुये राष्ट्रपति ने सदन के सभी सदस्यों को चुने जाने पर बधाई दी। उन्होंने कहा यह बेहद महत्वपूर्ण है कि लोकसभा के सर्वाधिक सदस्य यूपी से ही चुने जाते हैं , देश के वर्तमान पीएम नरेंद्र मोदी उत्तरप्रदेश से ही चुनकर बने हैं। उन्होंने अपने संबोधन के दौरान विधानसभा में महिला सदस्यों को लेकर भी अपनी बात रखते हुये कहा कि यूपी विधानसभा में महिला सदस्यों की संख्या 47 है जो कि कुल सदस्यों 403 का 12 प्रतिशत है। वहीं विधान परिषद में कुल 100 सदस्यों में महिलाओं की संख्या सिर्फ पांच है , जिसे और बढ़ाये जाने की जरूरत है। राष्ट्रपति ने उत्तरप्रदेश के विधानमंडल के इतिहास को याद करते हुये कहा कि आजाद भारत में यूपी में ही पहली महिला मुख्यमंत्री का इतिहास रचा गया। बंगाल में जन्मीं और सिंधी परिवार में ब्याही गईं सुचिता कृपलानी राज्य की पहली मुख्यमंत्री बनीं। उन्होंने कहा कि इतिहास के हर दौर में उत्तरप्रदेश अग्रणी राज्य रहा है। विधानसभा में भी सबसे अधिक प्रतिनिधि इसी राज्य से थे। वहीं राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का स्वागत करते हुये सीएम योगी आदित्यनाथ ने विधानमंडल के दोनों सदनों को संबोधित करने के लिये उनका आभार जताया। सीएम योगी ने कहा कि एक साधारण से परिवार में जन्म लेने के बाद देश के सर्वोच्च पद पर पहुंचना यह भारत के लोकतंत्र के लिये गर्व की बात है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने कार्यकाल के आठ वर्ष पूरे कर इस अवसर पर देश को पांच मंत्र दिये। पीएम मोदी ने कहा कि आजादी की अमृत महोत्सव का अर्थ आजादी की ऊर्जा का महोत्सव / स्वाधीनता सेनानियों से प्रेरणा का महोत्सव / नये विचारों का महोत्सव / नये संकल्पों का महोत्सव और आत्मनिर्भरता को प्राप्त करने का महोत्सव है। सीएम ने आगे कहा कि उत्तरप्रदेश विधानमंडल अनेक ऐतिहासिक घटनाओं का साक्षी रहा है. चाहे वो सामाजिक क्षेत्र की हों , आर्थिक क्षेत्र की हों या राजनीतिक क्षेत्र की हों। विधानमंडल ने कई क्षेत्र में समय-समय पर देश को एक नई दिशा व विभिन्न विधान मंडलों को नया मार्गदर्शन दिया है। इस मौके पर नेता प्रतिपक्ष और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी सदन को संबोधित किया। उन्होंने राष्ट्रपति का स्वागत करते हुये कहा कि हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं , लेकिन एक सच ये भी है कि बिना भेदभाव खत्म हुये आजादी का कोई मतलब नहीं है। उन्होने बताया कि कोई कितने बड़े पद पर पहुंच गया हो पर ऐसा नहीं हो सकता है कि उसने भेदभाव का सामना ना किया हो।
गौरतलब है कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद अपनी उत्तरप्रदेश यात्रा के तहत रविवार देर शाम वाराणसी से काशी विश्वनाथ का दर्शन पूजन कर अपनी पत्नी सविता कोविंद के साथ लखनऊ पहुंचे। हवाईअड्डे से लखनऊ राजभवन पहुंचने पर उत्तरप्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल / मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने उनका स्वागत किया। अपने चार दिवसीय उत्तरप्रदेश दौरे के अंतिम दिन सोमवार को महामहिम राष्ट्रपति यूपी विधानसभा पहुंचे , जहां उन्होंने उत्तरप्रदेश के गौरवशाली09 इतिहास से लेकर मौजूदा समय में योगी सरकार के कामकाज का जिक्र करते हुये दोनो सदनों के सदस्यों का मार्गदर्शन किया। बता दें कि उत्तरप्रदेश विधानमंडल का भी गौरवशाली अतीत रहा है। देश की स्वतंत्रता के 75वें वर्ष में मनाये जा रहे आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अतीत की उपलब्धियों का पुनरावलोकन करने के साथ ही अगले पच्चीस वर्षों के लिये कार्ययोजना तैयार करने का आह्वान किया है।

Ravi sharma

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