आंध्रप्रदेश और तेलंगाना को जोड़ने को वंदे मातरम एक उपहार – पीएम मोदी

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
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नई दिल्ली – आज तेलंगाना और आंध्रप्रदेश को एक भव्य उपहार मिल रहा है। यह ट्रेन नये भारत के संकल्पों और सामर्थ्य का प्रतीक है। ये उस भारत का प्रतीक है जो तेज बदलाव के रास्ते पर है , ऐसा भारत जो अपने सपनों और आकांक्षाओं को लेकर अधीर है। ऐसा भारत जो तेजी से चलकर अपने लक्ष्यों तक पहुंचना चाहता है। वंदे भारत एक्सप्रेस से श्रद्धालुओं और पर्यटकों को बहुत लाभ होगा। इस ट्रेन से सिकंदराबाद और विशाखापट्टनम के बीच लगने वाला समय भी कम हो जायेगा , जो सिर्फ आठ घंटे में तय की जा सकेगी। ये ट्रेन एक तरह से तेलंगाना और आंध्र प्रदेश की साझा संस्कृति और साझा विरासत को जोड़ने वाली है।
उक्त बातें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज बीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सिकंदराबाद से विशाखापट्टनम को जोड़ने वाली देश की आठवीं वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाने के बाद अपने संबोधन में कही। इस दौरान उन्होंने आंध्रप्रदेश और तेलंगाना को बधाई दी। उन्होंने कहा कि वंदे भारत ट्रेन गुलामी की मानसिकता से बाहर निकलकर आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ने का प्रतीक है। यह ट्रेन देश की साझा संस्कृति और आस्था को जोड़ती है। वंदे भारत बेहतर सुविधाओं का प्रतीक , जो देश में ही बनाई गई है। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने बिना नाम लिये कांग्रेस पर हमला बोलते हुये कहा कि आठ साल पहले भारतीय रेल को लेकर निराशा भरी बातें ही सुनने को मिलती थीं। सुस्त रफ्तार , गंदगी का अंबार , टिकट बुकिंग से जुड़ी शिकायतें और हादसों को लेकर लोगों ने मान लिया था कि भारतीय रेल में सुधार नहीं हो सकता। जब रेलवे में नये इंफ्रास्ट्रक्चर की बातें होती थी तो कहा जाता था कि बजट नहीं है। हमने साफ और ईमानदार नीयत से इस चुनौती को खत्म करने का फैसला लिया। बीते आठ सालों में भारतीय रेलवे में जो बदलाव हुये , उसके पीछे यही मंत्र है। इसके अलावा पीएम ने सेना दिवस का जिक्र करते हुये कहा कि  हर भारतीय को सेना पर गर्व है। राष्ट्र और उसकी सीमाओं की सुरक्षा के लिये भारतीय सेना का योगदान , उनकी वीरता अद्वितीय है। वहीं रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बोलते हुये कहा कि यह ट्रेन दो तेलुगु भाषी क्षेत्रों के लोगों को जोड़ेगी। यह ट्रेन 698 किलोमीटर की दूरी सिर्फ आठ घंटे में पूरी कर लेगी। सोमवार से इस ट्रेन का कमर्शियल रन शुरू हो जायेगा। रेल मंत्री ने बताया पीएम ने कहा था इस ट्रेन को देश के इंजीनियर , डिजाइनर , टेक्नीशियन बनायेंगे। इस ट्रेन में ध्वनि की मात्रा हवाई जहाज की तुलना में 100 गुणा कम है , ये इंजीनियरों के लिये गर्व की बात है। रेलवे और देश का विकास राजनीति से ऊपर है। जहां भी केंद्र की जरूरत पड़ेगी केंद्र फंड देगी। इस अवसर पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव , केंद्रीय पर्यटन और संस्कृति मंत्री जी० किशन रेड्डी , तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन और तेलंगाना सरकार के कई मंत्री व्यक्तिगत रूप से सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन पर मौजूद थे।
गौरतलब है कि यह वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन तेलंगाना और आंध्रप्रदेश को जोड़ने वाली पहली वंदे भारत ट्रेन है। ट्रेन सिकंदराबाद से विशाखापट्टनम के बीच करीब 700 किलोमीटर की दूरी महज आठ घंटे में तय करेगी। यह ट्रेन रविवार को छोड़कर हफ्ते में छह दिन चलेगी। दो तेलुगु भाषी राज्यों तेलंगाना और आंध्रप्रदेश को जोड़ने वाली यह वंदे भारत एक्‍सप्रेस पूरी तरह से भारत में निर्मित है और आधुनिक सुविधाओं से युक्‍त है। यह यात्रियों को अपने गंतव्य पर जल्दी पहुंचाती है और इससे यात्रा करना एक सुखद अनुभव होता है। इस एक्‍सप्रेस में स्वदेश में ही निर्मित कवच सुविधा भी है जो रेलगाड़ियों को टकराने से बचाती है। कुल 14 वातानुकूलित कुर्सी यान और दो एक्जीक्यूटिव वातानुकूलित कुर्सी यान डिब्बों से युक्त इस ट्रेन में 1,128 यात्रियों को ले जाने की क्षमता है।आंध्रप्रदेश में विशाखापट्टनम , राजमुंदरी और विजयवाड़ा स्टेशनों पर इसका स्टोपेज होग। वहीं तेलंगाना में खम्मम , वारंगल और सिकंदराबाद स्टेशनों पर इस ट्रेन का स्टोपेज होगा। दक्षिण मध्य रेलवे के मुताबिक यह ट्रेन सुबह पांच बजकर पैंतालीस मिनट पर विशाखापट्टनम से चलेगी और दोपहर दो बजकर पंद्रह मिनट पर सिकंदराबाद पहुंचेगी। वहीं, वापसी में ट्रेन सिकंदराबाद से दोपहर तीन बजे चलकर रात ग्यारह बजकर तीस मिनट पर विशाखापट्टनम पहुंचेगी। यह ट्रेन आंध्रप्रदेश और तेलंगाना के तीन – तीन रेलवे स्टेशनों पर रुकेगी। आंध्रप्रदेश में विशाखापत्तनम, राजमुंदरी और विजयवाड़ा स्टेशनों पर और तेलंगाना में खम्मम, वारंगल और सिकंदराबाद स्टेशनों पर इस ट्रेन का ठहराव होगा। वहीं अगर इस ट्रेन के किराये की बात करें तो केवल कंफर्म टिकट के साथ ही आप इस ट्रेन में सफऱ कर सकेंगे। वंदे भारत ट्रेन में एसी चेयर कार का किराया विशाखापट्टनम से सिंकदराबाद के लिये 1725 रुपये है। जबकि विशाखापट्टनम से राजमंदुरी का किराया 625 रुपये और विजयवाड़ा का किराया 960 रुपये है। इसके अलावा खम्मम का किराया 1115 रुपये और वारंगल का किराया 1310 रुपये है।

सात वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन
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नई दिल्ली और वाराणसी के बीच चलने वाली पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को 15 फरवरी 2019 को हरी झंडी दिखाई गई थी। सातवीं वंदे भारत एक्सप्रेस हावड़ा से न्यू जलपाईगुड़ी के बीच चलती है। देश की छठी वंदे भारत एक्सप्रेस नागपुर से बिलासपुर के बीच चलती है। ऐसी पांचवीं ट्रेन को 11 नवंबर, 2022 को हरी झंडी दिखाई गई , यह मैसूर और चेन्नई के बीच चलती है। चौथी वंदे भारत ट्रेन नई दिल्ली और अम्ब अन्दौरा के बीच चलती है। इसके अलावा दूसरी वंदे भारत ट्रेन दिल्ली से कटरा के लिये चलती है। वहीं, तीसरी ट्रेन मुंबई से अहमदाबाद के बीच चलाई गई है।

Ravi sharma

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