
अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
नई दिल्ली — देश की पहली वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने अंग्रेजों के जमाने से चली आ रही पुरानी परंपरा को तोड़ डाली। पहली बार कोई वित्तमंत्री ब्रीफकेश की जगह हाथ में एक लाल रंग का फोल्डर संसद पहुँची जिसमें अशोक चिह्न बना हुआ था। जिसकी जानकारी मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यम ने दी। वित्तमंत्री बजट पेश करने से पहले महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविद से मुलाकात कर बजट पेश करने की अनुमति ली। इस बार के बजट को बहीखाता का नाम दिया गया है। अपनी बेटी निर्मला सीतारमण को बजट पेश करते हुये देखने के लिये उनकी माँ सावित्री सीतारमन और पिता नारायणन सीतारमन भी संसद में उपस्थित रहे।
ये हुआ महँगा
आयात शुल्क में इजाफा होने से कई चीजों के दाम भी बढ़ेंगे। आयातित किताबों पर पाँच प्रतिशत का शुल्क लगेगा। ऑटो पार्ट्स, सिंथेटिक रबर, पीवीसी, टाइल्स , काजू भी महँगी हो जायेंगी। तंबाकू उत्पाद भी इस बजट के बाद महँगे हो जायेंगे। सोना और अन्य कीमती धातुओं पर शुल्क में बढ़ोत्तरी करते हुये कस्टम ड्यूटी 10% से बढ़ाकर 12.5% कर दी गयी है । इससे अब सोना चाँदी और भी महँगा हो जायेगा। वहीं डीजल और पेट्रोल पर भी एक रुपये की सेस लगायी गयी है जिससे अब उनकी भी कीमत बढ़ गयी ।
ये हुआ सस्ता
बजट 2019 के बाद इलेक्ट्रिक कारें सस्ती हो जायेंगी। अभी ये कारें चलन में नहीं हैं लेकिन दाम कम होने से इन कारों का इस्तेमाल अधिक होगा। बजट के बाद होम लोन लेना यानि घर खरीदना सस्ता होगा। सस्ते घरों के लिए ब्याज पर 3.5 लाख रुपये की छूट मिलेगी।
