अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
रायपुर — छत्तीसगढ़ शासन के राजस्व, आपदा प्रबंधन, पुनर्वास, रजिस्ट्री व स्टाॅम्प ड्यूटी केबिनेट मंत्री जयसिंह अग्रवाल के सद्प्रयासों से कोरबा जिले को आवासीय महाविद्यालय की सौगात प्रदेश सरकार से मिली है। प्रदेश में बनने जा रहे सात आवासीय महाविद्यालयों में से एक की स्थापना कोरबा में की जायेगी ।
गौरतलब है कि प्रदेश में उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से राज्य में सात स्थानों पर आवासीय महाविद्यालय स्थापित करने का निर्णय सरकार ने लिया है। मुख्य मंत्री भूपेश बघेल पूरी गंभीरता से छत्तीसगढ़ के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने की दिशा में प्रयत्नशील हैं। इसी कड़ी में उन्होने राज्य के विभिन्न हिस्सों में सात आदर्श आवासीय महाविद्यालयों के संचालन का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है ताकि दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों और वनांचल के युवक युवतियों को उच्च शिक्षा हासिल करने में आ रही अनेक व्यावहारिक कठिनाईयों से राहत मिल सके। इन आदर्श आवासीय महाविद्यालयों और छात्र-छा़त्राओं के रहने के लिये अलग-अलग छात्रावासों के निर्माण हेतु बजट की मंजूरी प्रदान कर दी गई है। इन सातों आदर्श आवासीय महाविद्यालयों के निर्माण पर 70 करोड़ 45 लाख 15 हजार की लागत का अनुमान है। सातों महाविद्यालयों के लिए अलग-अलग बालक और बालिका छात्रावास भी बनाये जायेंगे। एक बालिका छात्रावास के निर्माण के लिये 0 2 करोड़ 72 लाख 81 रूपये की लागत का अनुमान है वहीं एक बालक छात्रावास के निर्माण पर 02 करोड़ 53 लाख 67 हजार का खर्च अनुमानित है।
राज्य के जिन सात जिलों में आदर्श आवासीय महाविद्यालय का निर्माण कराया जाना है उनमें बीजापुर, दंतेवाड़ा, सुकमा, नारायणपुर, कोण्डागांव, महासमुंद व कोरबा को शामिल किया गया है।