पटना — बीते दिनों 11 नवंबर 2022 को राजधानी के ऐतिहासिक बापू सभागार में बिहार प्रदेश पंच सरपंच संघ का महासम्मेलन हुआ था।इस महासम्मेलन में पंचायती राज मंत्री,संघ के सचेतक, संरक्षक, विधायक के साथ साथ ग्राम कचहरी के निर्वाचित प्रतिनिधि हजारों कि संख्या में मौजूद थे। महासम्मेलन में पंचायती राज मंत्री ने पंसस के मांग पत्र शिघ्र विचार करने का आश्वासन देते हुए तीन महीने का समय मांगा था मगर चार महीने बितने के बाद भी पंसस के मांग पत्र के संबंध में विभागीय मंत्री या सरकार के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं हुई।
इस बात से क्षुब्ध पंसस ने बीते 21 फरवरी को बिहार राज्य पंचायत परिषद के सभागार मे एक राज्य स्तरीय पदाधिकारियों कि बैठक कर सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया है कि आगामी 24 मार्च 2023 को पटना के गर्दनीबाग में हजारों कि संख्या में उपस्थित होकर शांतिपूर्ण ढंग से धरना -प्रदर्शन करेंगे।इस बात कि जानकारी एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से देते हुए पंसस के प्रदेश अध्यक्ष अमोद कुमार निराला ने बताया कि सरकार और विभागीय मंत्री का यह बहुत ही गैरजिम्मेदाराना रवैया है,जिस आम जनता के मत से वह चुनकर आते हैं उसी जनता जनार्दन के मत से हम भी चुनकर आते हैं फिर हमारे साथ यह सौतेला व्यवहार क्यों??
श्री निराला ने कहा कि सरकार के इस रवैए से काफी क्षुब्ध होकर हमलोगो ने यह निर्णय लिया है। हम अपने संघ के सभी साथियों, सहयोगी और शुभचिंतकों से यह अपील करते हैं कि आप सब अपने अपने जिला, प्रखंड, पंचायत के बैनर के साथ आगामी 24 मार्च 2023 को पटना के गर्दनीबाग में हजारों हजार कि संख्या में पहुंचे।अगर सरकार हमारी जायज मांगों को नहीं सुनती हैं तो लोकतंत्र में हम लोकतांत्रिक तरीके से सरकार के इस रवैए का विरोध करेंगे। हमारी मजबूरी होगी आने वाले विधानसभा और लोकसभा चुनाव में हम अपने संगठन के संगी,साथी परिवार के साथ मिलकर इसका विरोध करेंगे और इन क्रिया कलापों कि सारी जिम्मेदारी शासन प्रशासन कि होगी।