अरविन्द तिवारी की कलम से
रायपुर — गौमाता धर्म , अर्थ , काम , मोक्ष इन चारों पुरुषार्थों की मूल है। गौमाता की सेवा , रक्षा में ही राष्ट्र की सेवा , रक्षा सन्निहित है । इसलिये देश भर मे सभी गो सैनिकों को त्रिशूल दीक्षा दी जा रही है।
उक्त बातें कामधेनु सेना छत्तीसगढ़ द्वारा आयोजित सेमीनार को संबोधित करते हुये संगठन के छत्तीसगढ़ महासचिव अरविन्द तिवारी ने कही । श्री तिवारी ने गो सैनिकों में जोश भरते हुये संगठन के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुये बताया कि गोरक्षार्थ , गोसेवार्थ हेतु पूर्ण रूप से समर्पित एवं देश के सबसे बड़े व सक्रिय राष्ट्रीय स्तर के संगठन कामधेनु सेना द्वारा देश भर में लाखों गोवंशों की नि:स्वार्थ भावना से सेवा की जाती है । इस देशव्यापी संगठन द्वारा गोरक्षार्थ , गोसेवार्थ , राष्ट्र हितार्थ देश भर में दो लाख गोसैनिकों को नि:शुल्क त्रिशूल दीक्षा दिया जा रहा है ताकि गौमाता पर हो रहे अत्याचार पर लगाम लगायी जा सके । देश के अधिकांश क्षेत्रों में यह त्रिशूल दीक्षा युद्ध स्तर पर जारी है । अंत में उन्होंने अपील करते हुये कहा कि सभी गोसैनिक अपने अपने क्षेत्रों में कामधेनु सेना द्वारा आयोजित नि:शुल्क त्रिशूल दीक्षा का कार्यक्रम आयोजित कर अपना वर्चस्व बढ़ाते हुये कामधेनु सेना को मजबूत बनाने में अपनी अहम् भूमिका निभा सकते हैं ।