अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
शिमला — लोकसभा चुनाव 2019 के सातवें और अंतिम चरण का मतदान 19 मई को होगा जिसमें विश्व के सबसे ऊँचें मतदान केन्द्र पर भी मतदान होगा । हिमाचल प्रदेश में ऊँचाई वाले इलाकों में चुनाव करवाना चुनाव आयोग के लिये बहुत बड़ी चुनौती का काम है । इन दुर्गम क्षेत्रों के पोलिंग पार्टियां और ईवीएम मशीनें मतदान से चार दिन पहले ही भेजी जानी शुरु हो चुकी है ।
दुनियाँ के सबसे ऊंचे मतदान केंद्र टशीगंग के लिये हेलीकॉप्टर के जरिये ईवीएम पहुँचायी गयी । लोकनिर्माण विभाग ने कुछ दिनों पहले ही बर्फ हटाकर टशीगंग पहुँच मार्ग बनाया है। टशीगंग मतदान केन्द्र में कुल 49 मतदाता हैं जिनमें 29 पुरुष और 20 महिला मतदाता शामिल है । लाहौल को स्पीति घाटी से जोड़ने वाले 14 हजार फीट ऊंचे कुंजुम दर्रे पर बर्फबारी की वजह से चुनाव आयोग को टशीगंग समेत स्पीति के 30 मतदान केंद्रों के लिये हेलीकॉप्टर से ईवीएम पहुँचाना पड़ा ।
गुरुवार को ईवीएम लेकर लाहौल के स्टिंगरी हेलीपैड से दो हेलीकॉप्टरों काजा के लिए रवाना किया गया। गौरतलब है कि 15256 फुट की ऊँचाई पर दुनियाँ के सबसे ऊँचे पोलिंग बूथ टशीगंग समेत पूरे हिमाचल प्रदेश में सातवें और अंतिम चरण में 19 मई को मतदान होगा ।