अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
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नई दिल्ली – देश में चल रहा रहा रोजगार अभियान पारदर्शिता और सुशासन का भी प्रमाण है। पहले जब सरकारी नौकरी की बात आती थी तो भी ये भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार ही करते थे। सरकारी नौकरी देने को पहले ये लोग अपने बैंक-बैलेंस को बढ़ाने का मौका समझते थे। देश के करोड़ों लोगों के साथ इन पार्टियों ने विश्वासघात किया है। हमारी सरकार ने अपने कार्यकाल में पारदर्शिता लाई है और हमने भाई-भतीजावाद को भी खत्म किया है। भारत पर पूरी दुनियां भरोसा कर रही है , तमाम विपरीत हालात में भी भारत अपनी अर्थव्यवस्था को आगे ले जा रहा है।
उक्त बातें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज बीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये सत्तर हजार से अधिक युवाओं को नियुक्त पत्र सौंपने के बाद कही। उन्होंने युवाओं को संबोधित करते हुये कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर होने वाले ये रोजगार मेले एनडीए और भाजपा सरकार की नई पहचान बन गये हैं। ये अभियान अपने आप में अभूतपूर्व है , प्रतियोगी परीक्षा को पारदर्शी बनाया गया है। ये सभी युवा चुनौती के बावजूद अर्थव्यवस्था को ऊंचाई पर पहुंचा रहे हैं। हमारे प्रयास से निजी सेक्टरों में रोजगार के अवसर पैदा हुये। भारत अभी ज्यादा स्थिर और ज्यादा मजबूत स्थिति में है। मुझे खुशी है कि भाजपा के शासन वाली राज्य सरकारे भी लगातार इस तरह के रोजगार मेले आयोजित कर रही हैं। जो लोग इस समय सरकारी नौकरी में आ रहे हैं उनके लिये यह बहुत ही महत्वपूर्ण समय है। आपके सामने अगले पच्चीस साल में भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य है। पीएम ने कहा कि आज भारत में निजी और सरकारी सेक्टर दोनों ही जगह नौकरियों के निरंतर नये मौके बन रहे हैं। बहुत बड़ी संख्या में हमारे नौजवान स्वरोजगार के लिये भी आगे आ रहे हैं। गारंटी के बिना बैंक से लोन दिलाने वाली मुद्रा योजना ने करोड़ो युवाओं की मदद की है। स्टार्ट अप इंडिया और स्टैंड -अप इंडिया जैसे अभियानों से युवाओं का सामर्थ्य और ज्यादा बढ़ा है। सरकार है मदद पाने वाले ये नौजवान अब खुद अनेकू युवाओं को नौकरी दे रहे हैं। गौरतलब है कि पीएम मोदी ने पिछले वर्ष 22 अक्तूबर को लगभग दस लाख युवाओं को सरकारी नौकरी देने के अभियान की शुरुआत की थी , इसी के तहत विभिन्न चरणों में नियुक्ति पत्र सौंपे गये। आज देश भर में विभिन्न भर्तियों के तहत चयनित हुये लगभग सत्तर हजार से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र वितरित किये। इस दौरान उन्होंने सभी युवाओं के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये नवनियुक्त युवाओं को संबोधित भी किया। इस दौरान देश भर में 43 जगहों पर रोजगार मेले का आयोजन किया गया। आज आयोजित छठे रोजगार मेले में कई केंद्रीय मंत्री भी देश के अलग-अलग हिस्सों से जुड़े। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण चेन्नई से और महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी लखनऊ से रोजगार मेले से जुड़ीं। उद्योग मंत्री महेंद्र नाथ पांडे वाराणसी से , संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री किशन रेड्डी सिकंदराबाद , जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत जोधपुर से और रोड ट्रांसपोर्ट मंत्री नितिन गडकरी नागपुर से कार्यक्रम में शामिल हुये। अब तक कई चरणों में युवाओं को सरकारी नौकरी के नियुक्ति पत्र सौंपे जा चुके हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार यह अभियान पूरा कर लेगी और चुनावों में इसे अपने एजेंडे में प्रमुखता से रखेगी।
कब-कब लगा रोजगार मेला –
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पहला रोजगार मेला 22 अक्टूबर 2022 को लगा जिसमें 75 हजार से ज्यादा लोगों को जॉइनिंग लेटर मिले।दूसरा रोजगार मेला 22 नवंबर 2022 को इसमें 71 हजार से ज्यादा जॉइनिंग लेटर बांटे गये। तीसरा रोजगार मेला 20 जनवरी 2023 को इस रोजगार मेले में 71 हजार से ज्यादा जॉइनिंग लेटर दिये गये थे।चौथा रोजगार मेला 13 अप्रैल 2023 को जिसमें 71 हजार से ज्यादा लोगों को जॉइनिंग लेटर दिये गये थे। पांचवां रोजगार मेला 16 मई 2023 को जिसमें 70 हजार से ज्यादा लोगों को जॉइनिंग लेटर दिये गये थे।