लोकसभा आम चुनाव मे बुरी तरह परास्त होने के बाद विपक्षी दलों के गठबंधनों मे घमासान मचा है.नतीजों के बाद विपक्षी दलों में बौखलाहट है। बसपा की समीक्षा बैठक से जो खबरें आ रही हैं उसके मुताबिक सपा-बसपा के बीच गठबंधन मे दरार नजर आने लगी हैं।
मिली जानकारी के अनुसार बसपा सुप्रिमों मायावती ने कहा कि यूपी में यादवों और जाटों का वोट हमें नहीं मिला।इसके साथ ही उन्होंने कहा कि शिवपाल यादव की वजह से यादव वोट बंट गया जिसका नुकसान उठाना पड़ा।
यही नहीं बताया जा रहा है कि उन्होंने 11 विधानसभा में होने वाले उप चुनाव में अकेले जाने का फैसला किया है। बसपा सुप्रिमों ने कहा कि नतीजों से साफ है कि अगर उनकी पार्टी अकेले चुनाव लड़ी होती तो नतीजे कुछ और होते। अब जबकि चुनावी नतीजे सामने है तो ये अच्छा है कि हम अकेले ही चुनाव लड़ें।
गौरतलब है कि आम चुनाव से पहले सपा और बसपा एक मंच पर आए। जानकारों का कहना था कि दोनों दलों के गठबंधन से भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ेगा। लेकिन नतीजों से साफ हो गया कि सपा-बसपा गठबंधन का भाजपा के सेहत पर कोई असर नहीं पड़ा।भाजपा और उसके सहयोगी दलों ने 80 में से 64 सीटों पर कब्जा जमा लिया।लोकसभा आम चुनाव में बसपा के खाते में 10 और सपा को 5 सीटें मिली हैं,जबकि राष्ट्रीय लोकदल को एक भी सीट नहीं मिली.
कांग्रेस सिर्फ अपनी रायबरेली सीट ही मुश्किल से सकी।वहा सपा-बसपा ने कांग्रेस को बिना शर्त समर्थन दिया था।
टीम रिपोर्ट