अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
भुवनेश्वर — भीषण चक्रवाती तूफान फेनी ने अब भयंकर रूप धारण कर लिया है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक भारत के पूर्वी तट की ओर बढ़ रहे चक्रवाती तूफान फेनी के 03 मई को पुरी के दक्षिण में गोपालपुर और चांदबाली के बीच ओडिशा तट पर दस्तक देने की संभावना है। इस दौरान हवा की गति 175-185 किलोमीटर प्रति घंटे से 205 किलोमीटर प्रति घंटे तक होने की संभावना है। इसे लेकर ओडिशा के कुछ हिस्सों में यलो और कुछ में रेड अलर्ट जारी किया गया है। सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। गुरुवार से सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद रखने के आदेश दिये गये हैं । और तटीय जिलों में रह रहे आठ लाख से ज्यादा लोगों को सुरक्षित इलाकों में पहुंचाया जा रहा है। वहीं 100 से अधिक ट्रेन रद्द और दो को डायवर्ट किया गया है। उड़ीसा के हालात बिगड़ने की संभावना को देखते हुये चुनाव आयोग ने ग्यारह जिलों से आचार संहिता हटा ली है ।
समुद्री चक्रवात फेनी को लेकर रेलवे भी काफी सावधानी बरत रहा है। तूफान के कारण किसी तरह का नुकसान व यात्री संकट में न फंसे इस लिहाज से आधा दर्जन ट्रेनों को रद्द किया गया है। रेलवे के अधिकारियों के मुताबिक ओडिशा के पुरी सहित आसपास के तटीय क्षेत्रों में समुद्री तूफान फेनी की वजह से मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है।
प्रधानमंत्री ने की अपील —
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तूफान ‘फेनी’ के कारण बन रही स्थिति पर चिंता जताते हुये अधिकारियों से एहतियाती कदम उठाने और सहायता उपलब्ध कराने को कहा था. पीएम मोदी ने ट्वीट किया था, ‘फेनी तूफान के कारण बन रही स्थिति के संबंध में अधिकारियों से बात की.. उनसे एहतियाती कदम उठाने और हर संभव मदद के लिये तैयार रहने को कहा है और साथ ही उनसे प्रभावित राज्यों की सरकारों के साथ करीब से काम करने की अपील की है।
मुख्य सचिव ने दिया निर्देश —
छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव सुनील कुजूर ने बंगाल की खाड़ी में बने दबाव से समुद्री तूफान फेनी के कारण छत्तीसगढ़ राज्य में बन सकने वाले आंधी-तूफान की संभावनाओं को देखते हुए सभी कलेक्टरों को स्थिति पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिये है। मुख्य सचिव ने इसी तरह सभी संभागीय कमिश्नरों को भी आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिये है। पत्र में निर्देशित किया गया है कि फेनी तूफान के कारण छत्तीसगढ़ के आंध्रप्रदेश और ओडिशा राज्य से लगे क्षेत्र में विशेष रूप से अधिक सावधानी बरतने की आवश्यकता है। पत्र में जिले के सभी संबंधित अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ-साथ जन समुदाय को भी फेनी आंधी-तूफान के संबंध में सावधानी बरतने तथा स्थिति से निपटने के लिए जागरूक एवं सचेत किए जाने के निर्देश दिये गये हैं ।
कलेक्टरों से कहा गया है कि यदि फेनी आंधी-तूफान से किसी प्रकार से क्षति होती है तो आर.बी.सी 6-4 में निहित प्रावधानों के अनुसार प्रभावितों को आर्थिक अनुदान सहायता राशि स्वीकृत की जाये । यदि क्षति होती है तो उसकी जानकारी ई-मेल तथा फैक्स आदि के माध्यम से भी तत्काल भेजने के भी निर्देश दिये गये हैं ।