अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
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जगन्नाथपुरी – ऋग्वेदीय पूर्वाम्नाय श्रीगोवर्द्धनमठ पुरीपीठाधीश्वर एवं हिन्दू राष्ट्र प्रणेता अनन्तश्री विभूषित श्रीमज्जगद्गुरु शंकराचार्य पूज्यपाद स्वामी श्रीनिश्चलानन्द सरस्वतीजी महाराज अपनी प्रयागराज प्रवास पूर्ण कर 24 नवम्बर रात्रि में प्रयागराज एक्सप्रेस से प्रस्थान कर आज 25 नवम्बर को प्रात:कालीन सत्र में नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचे। रेल्वे स्टेशन में भव्य स्वागत पश्चात वे डाॅ० मुकेश अग्रवाल के निवास स्थल सेक्टर 04 , वैशाली , गाजियाबाद प्रस्थान किये। यहां दो दिवसीय 25 एवं 26 नवम्बर को प्रात:कालीन सत्र में साढ़े ग्यारह बजे निवासस्थल पर दर्शन / दीक्षा एवं संगोष्ठी आयोजित है , जिसमें सभी सनातनी राष्ट्रभक्त अपनी समष्टि हित में चिन्तन फलस्वरुप उत्पन्न जिज्ञासाओं का पुरी शंकराचार्यजी से वेद सम्मत समाधान प्राप्त करेंगे। वहीं भजन संध्या कार्यक्रम के बारे में श्रीमती पूनम सिंह ने अरविन्द तिवारी को बताया कि आज ही शाम को चार बजे से माधवी मधुकर एवं मधुरम बृंद मंडली द्वारा भजन संध्या की प्रस्तुति की जायेगी। इसी कड़ी में श्रीगोवर्धन मठ से प्राप्त जानकारी के अनुसार पुरी शंकराचार्यजी आज 25 नवम्बर को सायंकालीन सत्र में सायं पांच बजे से इन्द्रप्रस्थ इंजीनियरिंग इन्सटिट्युट आडिटोरियम , साहिबाबाद में विशाल हिन्दूराष्ट्र धर्मसभा में आध्यात्मिक संदेश प्रदान करेंगे , जो सर्वहितप्रद के साथ – साथ वैज्ञानिक / व्यावहारिक तथा दार्शनिक धरातल पर सर्वोत्कृष्ट तथा प्रासंगिक होगा। यहां आयोजित दो दिवसीय कार्यक्रमों की समाप्ति पश्चात पुरी शंकराचार्यजी कल 26 नवम्बर को रात्रि आठ बजे निवासस्थल गाजियाबाद से प्रस्थान कर नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचेंगे तथा रात्रि दस बजे होशियारपुर एक्सप्रेस द्वारा होशियरपुर (पंजाब) प्रस्थान करेंगे। यहां श्रीविमलाम्बा शक्ति संस्थानम् , टांडा रोड, हरदोखानपुर, होशियारपुर में पूज्य पुरी शंकराचार्यजी 27 नवम्बर से 07 दिसम्बर तक निवासरत रहेंगे। जहां प्रत्येक दिन पूर्वान्ह साढ़े ग्यारह बजे दर्शन / दीक्षा / संगोष्ठी तथा सायं पांच बजे दर्शन के साथ ही आध्यात्मिक संदेश श्रद्धालुओं को श्रवण करने का सुअवसर प्राप्त होगा। यहां आयोजित सभी कार्यक्रमों की समाप्ति पश्चात महाराजश्री अपनी राष्ट्रव्यापी राष्ट्र रक्षा अभियान के अगले चरण के लिये प्रस्थान करेंगे। गौरतलब है कि अपने प्रयागराज प्रवास में विभिन्न सत्रों में पुरी शंकराचार्यजी ने उद्घृत किया कि खालिस्तान आंदोलन गुरु गोविंद सिंहजी के भावना के विपरीत है क्योंकि उन्होने हिन्दू धर्म की रक्षा के लिये ही खालसा पन्थ की स्थापना की थी। जैन / सिख एवं बौद्ध हिन्दूओं के अभिन्न अंग हैं। हिन्दुओं के सुरक्षित रहने पर ही सभी धर्मावलम्बी सुरक्षित रह सकेंगे , क्योंकि हिन्दू धर्म के मूल में सम्पूर्ण मानवता की रक्षा एवं विश्व कल्याण की भावना समाहित है। आज सम्पूर्ण विश्व उन्माद तन्त्र के कारण विनाश की ओर अग्रसर हो रहा है , यदि विभिन्न शासकवर्ग पुरी शंकराचार्यजी द्वारा समय समय पर उद्बोधित संदेशों पर अमल करना आरम्भ करें तो पूरे विश्व में शान्ति और समन्वय स्थापित हो सकता है। इसकी जानकारी श्रीसुदर्शन संस्थानम , पुरी शंकराचार्य आश्रम / मीडिया प्रभारी अरविन्द तिवारी ने दी।