बिहार-पांचवे चरण का मतदान आगामी 06 मई को होना है.इस चरण में बिहार कि पांच लोकसभा सीटों पर चुनाव होना है.जिनमे कुल 82 उम्मीदवार अपना भाग्य आजमाएंगे.ये पांच सीटें क्रमशः सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर,सारण और हाजीपुर (सु) है.आइऐ सिलसिलेवार ढंग से इन सभी सीटों,प्रत्याशीयों और आंकड़ों पर डालते हैं एक नजर….
सारण-सारण के चुनावी रण में इस बार कांटे की टक्कर है.राज्य के तीन मुख्यमंत्रियों की राजनीतिक भुमि सारण में इस बार एनडीए और महागठबंधन के बीच अपना गढ़ बचाने की चुनौती है.एनडीए कि ओर से भाजपा के राजीव प्रताप रूढ़ी है तो महागठबंधन से राजद के टिकट पर चंद्रिका राय सामने है.इस लोकसभा सीट पर राजपूत और यादवों का दबदबा रहा है.इस लोकसभा में वैश्य और मुस्लिम समाज के मत निर्णायक रहे हैं.पुर्व में एमवाई समीकरण बनाकर लालू यादव इस सीट से चार बार सांसद रह चुके हैं, जबकि राजपूत और वैश्य मतों को गोलबंद कर भाजपा के राजीव प्रताप रूढ़ी इस सीट से तीन बार सांसद रह चुके हैं.
सारण लोकसभा सीट से अपने ससुर चंद्रिका राय को टिकट देने से लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप नाराज चल रहे थे.पुर्व मे उन्होंने लालू राबड़ी मोर्चा के उम्मीदवार को यहां से चुनाव लड़ाने का ऐलान भी कर दिया था, लेकिन बाद में पारिवारिक दबाव के चलते तेजप्रताप नरम पड़ गए.
बता दें कि 2014 के लोकसभा चुनाव में इस सीट से भारतीय जनता पार्टी के राजीव प्रताप रूढ़ी को 3 लाख 55 हजार 120 वोट प्राप्त हुए थे और 40 हजार 948 वोटों के बड़े अंतर से उन्होंने जीत हासिल की थी.वही दुसरे स्थान पर राष्ट्रीय जनता दल के राबड़ी देवी रही थी जिन्हें 3 लाख 14 हजार 172 वोट हासिल हुए थे.जबकि जनता दल यूनाइटेड के सलीम परवेज को 1 लाख 07 हजार 008 वोट मिले थे और वो तीसरे स्थान पर रहे.गौरतलब है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में 19 हजार 163 वोट नोटा पर पड़े थे.बहरहाल इस बार के समीकरण बदले हुए हैं और यहां एनडीए और महागठबंधन के बीच कांटे कि टक्कर होने के आसार हैं.