बिहार-पांचवे चरण का मतदान आगामी 06 मई को होना है.इस चरण में बिहार कि पांच लोकसभा सीटों पर चुनाव होना है.जिनमे कुल 82 उम्मीदवार अपना भाग्य आजमाएंगे.ये पांच सीटें क्रमशः सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर,सारण और हाजीपुर (सु) है.आइऐ सिलसिलेवार ढंग से इन सभी सीटों,प्रत्याशीयों और आंकड़ों पर डालते हैं एक नजर….
सीतामढ़ी-सीतामढ़ी लोकसभा सीट कि वर्तमान स्थिति देखकर लगता है कि यहां जातिगत गोलबंदी पर ही सारा दारोमदार है.पिछले लोकसभा चुनाव 2014 में एनडीए ने इस सीट को लगभग एक लाख 48 हजार वोटों के बड़े अंतर से जीता था.उस वक्त रालोसपा भी एनडीए के घटक दलों में शामिल था और रालोसपा के रामकुमार शर्मा यहां विजयी हुए थे.इस बार यह सीट जदयू के खाते में है और आरएलसीपी समीकरण से बाहर है.हालाकीं रामकुमार शर्मा ने अपनी नई पार्टी राष्ट्रवादी लोकसमता पार्टी बना ली है.जदयू के घोषित उम्मीदवार डा० वरुण कुमार को टिकट मिलने से लेकर उनके टिकट वापस करने और भाजपा से जदयू में लाकर सुनील कुमार पिंटू को टिकट दिए जाने से सारे समीकरण बदले बदले से है.यहां महागठबंधन कि ओर से राजद ने अर्जुन राय को उतारा है जबकि रामकुमार शर्मा ने सुनील कुमार पिंटू को समर्थन देने का ऐलान कर दिया है.सीतामढ़ी लोकसभा सीट से इस बार अर्जुन राय, सुनील कुमार पिंटू, निर्दलीय अमित चौधरी उर्फ माधव चौधरी समेत कुल 20 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं.जाहिर है 15% वैश्य समाज के साथ-साथ 17% स्वर्ण भी बड़ा फैक्टर है.वहीं 19% यादव और 17% मुस्लिम गोलबंदी मिला-जुला कर बराबरी की टक्कर कि जमीन तैयार कर रही है. और अंततः 32% अन्य जातियां हि किंगमेकर बनने का माद्दा रखती है.