हाजीपुर — दिनांक 06 फरवरी 2025 को “डिवाईन इंडिया सायंस एण्ड स्प्रिचुअल हैप्पीनेस एसोसिएशन-दिशा” महान शिक्षाविद्, अध्यात्म को आत्मसात् करने वाले संत समान गृहस्थ दिशा के प्रेरणा पिता देवलोकवासी शिक्षाविद् पं.जयमंगल तिवारी की तेरहवीं पूण्यतिथि गुरुवार को भावपूर्ण श्रद्धांजलि महारणा प्रताप काॅलोनी स्थित “प्राणिक हीलिंग पिरामिड ध्यान केन्द्र” में मनाई गयी। सर्वप्रथम श्री सुन्दरकाण्ड का पाठ, गायत्री यज्ञ फिर दरिद्रनारायण के भोजन एवं कम्बल वितरण के बाद संस्था के सभागार में समस्त उपस्थित लोगों ने पंडित जी के तैल चित्र पर श्रद्धांजलि समर्पित किया।
इस अवसर पर संस्था के संस्थापक सचिव आचार्य राजेश तिवारी ने उपस्थित समस्त लोगों को जूङवें हृदयों पर ध्यान के माध्यम से अपने अपने पितरों को श्रद्धांजलि समर्पित करवाया। श्री तिवारी ने कहा की अपने पूर्वजों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि यही है की हम उनके आदर्श को अपनाएँ, हमें अपने पूर्वजों के सपनों को साकार करना हि सच्ची श्रद्धांजलि है। गायत्री परिवार के उपेन्द्र शर्मा जी ने कहा की हमें अपने पूर्वजों का मान-सम्मान प्रतिदिन करनी चाहिए, माता-पिता हि भगवान होते हैं। अपने माता पिता की सच्ची श्रद्धांजलि यही है की हम उनके बताये मार्ग पर चलते रहें। संस्था की प्रेरणामाता श्रीमती सावित्री देवी ने कहा की श्री तिवारी साक्षात देवस्वरुप थे।
प्रबोध तिवारी ने कहा श्रद्धेय श्री तिवारी जी सदैव शिक्षा में अव्वल रहने की प्रेरणा दिया करते थे, पिता के अधुरे सपनों को साकार करना हि पूण्यतिथि मनाने का मतलब होना चाहिए। आज के कार्यक्रम को सफल बनाने में मुख्य रुप से उमेश तिवारी, प्रणव तिवारी, महेश्वर प्रसाद सिन्हा, प्रिंस कुमार, प्रबोध तिवारी, सावित्री देवी, सविता तिवारी, पुष्पाञ्जली प्रज्ञा, मंजु उपाध्याय, अनिल तिवारी इत्यादि लोगों का रहा।