अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
➖➖➖➖➖➖➖➖
रायपुर – केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह कल 22 फरवरी को एकदिवसीय छत्तीसगढ़ प्रवास पर रहेंगे। इस दौरान वे कोण्डागांव , जांजगीर चांपा और बिलासपुर में होने वाले भाजपा की क्लस्टर बैठक में शामिल होकर लोकसभा क्षेत्रों के वरिष्ठ पदाधिकारियों , प्रभारी और सहप्रभारी की बैठक लेकर चुनावी तैयारियों की समीक्षा करेंगे और लोकसभा के तीनों क्षेत्रों में आयोजित कार्यक्रमों में पार्टी कार्यकर्ताओं को लोकसभा चुनाव में जीत का मंत्र देंगे। गृह मंत्रालय की तरफ से जारी कार्यक्रम के अनुसार केंद्रीय मंत्री अमित शाह कल 22 फरवरी को दोपहर बारह बजे दिल्ली से रवाना होकर दोपहर एक बजे कोंडागांव पहुंचेंगे। कोंडागांव स्थित ऑडिटोरियम में करीबन घंटे भर तक बस्तर क्लस्टर बैठक में शामिल होने के बाद जांजगीर-चांपा के लिये रवाना होंगे। इसके बाद दोपहर साढ़े तीन बजे जांजगीर हाईस्कूल मैदान में आयोजित रायपुर क्लस्टर मीटिंग में शामिल होने के बाद बिलासपुर के लिये रवाना होंगे। यहां साढ़े चार बजे से आयोजित प्रबुद्धजनों की संगोष्ठी कार्यक्रम में शामिल होने के बाद वे राजधानी के लिये रवाना होंगे और वहां रायपुर एयरपोर्ट से शाम छह बजे दिल्ली के लिये रवाना हो जायेंगे।
गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय संगठन ने देश भर की लोकसभा सीटों को 146 क्लस्टरों में विभाजन किया है। वहीं छत्तीसगढ़ को तीन कलस्टरों में बांटा गया है और तीनों क्लस्टरों की जिम्मेदारी तीन पूर्व मंत्रियो को दी गई है। इसमें रायपुर कलस्टर की जिम्मेदारी पूर्व मंत्री राजेश मूणत को दी गई जिसमें रायपुर क्लस्टर के तहत दुर्ग, राजनांदगांव, जांजगीर-चांपा लोकसभा आयेगा। वहीं बिलासपुर क्लस्टर का संयोजक अमर अग्रवाल को बनाया गया है इसके तहत बिलासपुर, सरगुजा , रायगढ़, कोरबा सीटें आयेंगी। इसके आलावा बस्तर क्लस्टर की बात की जाये तो इसकी जिम्मेदारी पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर को दी गई है इसके तहत कांकेर , बस्तर, महासमुंद लोकसभा सीट है। बताते चलें बस्तर लोकसभा क्षेत्र में 1998 से लेकर 2019 तक 20 वर्ष भाजपा का कब्जा रहा था। पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा को यहां से कांग्रेस से लगभग 38 हजार वोटों से पराजित होना पड़ा था। इस समय प्रदेश के ग्यारह लोकसभा में से नौ सीटों पर भाजपा और दो सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है। बस्तर के अतिरिक्त कोरबा लोकसभा सीट कांग्रेस के पास है। चूकि छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बनने के बाद केंद्रीय गृहमंत्री का छत्तीसगढ़ में यह पहला प्रवास होगा। इस कारण भी गृहमंत्री अमित शाह के स्वागत में भाजपा कोई कसर न छोड़ना चाहती है। इस पर भाजपा नेताओं का विशेष ध्यान है और गृहमंत्री शाह छत्तीसगढ़ की सभी 11 लोकसभा सीट जीत का उपहार देने का वादा कर पीएम मोदी के ‘भाजपा 370 से इस बार 400 पार’ के नारे को सफल बनने में अपनी अहम भूमिका निभाने के तैयारी में हैं। प्रदेश की राजनीति में अपना रोल रखने वाले दूसरी पार्टी के नेताओं को भी भाजपा अपनी ओर साधने की तैयारी में है।”