
पटना-आपसी विवाद मे सरपंच की मध्यस्था से सुलह चाह रहे एक आम-आदमी को कटिहार जिले के बारसोई प्रखंड के अबादपुर थाने के एक एसआई के द्वारा वर्दी की हनक दिखाई गई.यही नही एसआई शशी कुमार ने सरपंच को साथ लेकर आने पर सरपंच को भी थाना से धक्का देकर निकालने की बात कही.इस बातचीत का ऑडियो क्लिप वायरल हो रहा है. इस मामले मे जब हमने बिहार प्रदेश पंच सरपंच संघ के अध्यक्ष अमोद कुमार निराला से बात की तो उन्होने बताया की संघ के द्वारा स्वतः संज्ञान लेते हुए पुलिस द्वारा की गई माननीय सरपंच के विरुद्ध टिप्पणी की हम घोर निन्दा करते है.उन्होने कहा कि पंच-सरपंच संघ के कटिहार जिलाध्यक्ष को इस संबंध मे कहा गया है की वह स्वयं मामले का गहराई से अध्ययन कर शिघ्र अपनी टिप्पणी के साथ प्रदेश कमेटी को भेजे.किसी भी किमत पर न्यायीक जनप्रतिनिधियों के साथ पुलिस का यह अमर्यादित व्यवहार बर्दाश्त नही किया जाएगा.संघ चुप नही बैठेगा.यह मामला सूबे के DGP और सरकार स्तर पर उठाकर इस तरह के पुलिस को हम मुअत्तल(डिस्मिस) करने की मांग करेंगे.पुलिस प्रशासन को यह जानकारी होना चाहिए कि सरपंच ग्राम कचहरी एक नयायपीठ है और हमे 40 धाराओं को देखने का,सुनवाई करने का और उसपर विधि सम्मत कानूनी कार्रवाई करने का अधिकार प्राप्त है.हमारे सरपंच 5000 जनता के बीच से पंच परमेश्वर के रूप मे निर्वाचित होकर आते है.वह पंचायत स्तर पर न्यायपालिका चलाते हैं और इस तरह न्यायाधीश का अपमान बर्दाश्त नही किया जाएगा.हमे न्याय पगड़ी मिली है.पुलिस हमे कुर्सी क्या देगी.लोकतांत्रिक व्यवस्था के बीच हमे जनता जनार्दन ने कुर्सी और सम्मान दिया है. पुलिस सरकारी कर्मचारी है,जनता के सेवक है यह बात उन्हे पता होनी चाहिए.सरपंच को देखकर थानेदार को कुर्सी देना ही होगा.
वही इस संबंध मे संघ के कटिहार जिलाध्यक्ष अनामिका राज ने दूरभाष पर हुई वार्ता में बताया कि संघ के निर्देशानुसार हम इस मामले की जांच कर रहे है.जरूरत पड़ने पर हम इस संबंध मे पुलिस अधीक्षक से भी मिलेंगे और त्वरित कार्रवाई की मांग करेंगे.साथ ही संघ के प्रदेश कमिटी के द्वारा भी यह मामला पुलिस महानिदेशक के समक्ष रखा जाएगा.वही आरोपी SI शशी कुमार से जब हमारे संवाददाता ने दुरभाष पर संपर्क किया तो उन्होने कहा की उक्त बातें हमने आवेश मे कह दी है.दो भाईयो के बीच जमीन बंटवारे मे रास्ते को लेकर विवाद था जिसमे एक भाई ने थाना मे आवेदन दिया था.