उजियारपुर — लोकसभा क्षेत्र संख्या 22 उजियारपुर से सुभाषवादी भारतीय समाजवादी पार्टी (सुभाष पार्टी) के युवा प्रत्याशी अंशु कुमार (शर्मा) के जनसंपर्क के दौरान उमड़ा जनसैलाब। उजियारपुर लोकसभा के चहेते प्रत्याशी अंशु ने पैदल घर घर जाकर युवा,शोषित,वंचित,गरीब, बेरोजगार से बातचीत किए,मिले और उनके समस्याओं को समझे।
अंशु शर्मा का वादा है कि अगर मैं उजियारपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद चुना जाता हूं तो सबसे पहले ग्राम पंचायत स्तर पर उचित स्वास्थ्य व्यवस्था उपलब्ध कराऊंगा। युवाओं के लिए उनके निजी क्षेत्र में इंडस्ट्रियल एरिया बनाकर उन्हें अपने घर से 20 किलोमीटर के दायरे में योग्यता अनुसार उचित रोजगार दिलाने का काम करूंगा एवं मजदूरों के व्यापार करने वाले सरकार को उखाड़ फेंकने का काम करूंगा।
अंशु का कहना है कि जब मैं दिल्ली के रेलवे स्टेशन पर देखता हूं कि हमारे बिहारी मजदूर आम नागरिक भाई डर-डर की ठोकर खाते हैं तो मुझे रहा नहीं जाता है। बिहार के अंदर उजियारपुर लोकसभा क्षेत्र एवं अन्य लोकसभा क्षेत्र में सबसे बड़ी समस्या रोजगार का है। हर घर से बच्चे पढ़ लिखकर बेरोजगार बने बैठे हैं लेकिन निकम्मी सरकार द्वारा आज तक युवाओं को उचित रोजगार का कोई ठोस उपाय नहीं किया गया।
अंशु का कहना है की सबसे पहले रोजगार पर काम करेंगे और हमारे क्षेत्र के एक भी युवा अगर बेरोजगार होते हैं तो उसका जिम्मेदार अंशु होगे। एक भी युवा क्षेत्र में बेरोजगार नहीं मिलेंगे। सभी बुजुर्गों और असहाय लोगों को उचित सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने का कार्य करेंगे। समय-समय पर निशुल्क स्वास्थ्य शिविर एवं प्रति महीना हर प्रखंड क्षेत्र में जनता दरबार लगाकर आम जनमानस की समस्या का निपटारा स्वयं करेंगे। उजियारपुर लोकसभा क्षेत्र को एनडीए गठबंधन और इंडिया गठबंधन दोनों ने आपसी मेलजोल कर समय-समय पर जनता का शोषण करने का काम किया है I वर्तमान सांसद द्वारा एक बार भी उजियारपुर लोकसभा के विकास हेतु कोई सिंगल मीटिंग कर निर्णय नहीं लिया गया ,ना ही उजियारपुर लोकसभा क्षेत्र में किसी प्रकार की कोई विकास की गई।
जब चुनाव आए हैं तो नेताजी बड़े-बड़े गाड़ियों के काफिला और हेलीकॉप्टर लेकर अपने क्षेत्र में घूम रहे हैं लेकिन शोषित वंचित गरीब गुरुवा आज भी उसी स्थिति में है जिसका प्रमाण आज अंशु शर्मा ने जाकर घर-घर देने का काम किया है ।किसी भी लोकसभा प्रत्याशी में दम नहीं है कि इन गरीबों के दरवाजे पर जाकर मिले उनकी समस्या पूछे उनकी समस्याओं पर बैठकर उनसे चर्चा करें और इनका निदान निकाले।
आज भी गरीब,हरिजन और असहाय लोगों के दरवाजे तक सड़क नहीं है, पानी नहीं है ,बिजली की भी समस्याएं हैं, रोजगार की सबसे बड़ी समस्या है। अगर अंशु निर्वाचित होते हैं तो प्रखंड स्तर पर शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करेंगे।सबसे पहले प्रखंड स्तर पर डिग्री महाविद्यालय का प्रबंध कराएंगे ।अनुमंडल स्तर पर इंजीनियरिंग कॉलेज, मेडिकल कॉलेज का व्यवस्था कराएंगे।जिला स्तर पर एम्स जैसे अस्पताल का निर्माण कराएंगे और अपने क्षेत्र को इंडस्ट्रियल एरिया बनाकर रोजगार का सबसे बड़ा अवसर प्रदान करेंगे क्योंकि अंशु पढ़े-लिखे युवा है और एक गरीब परिवार से जुड़े करते हैं। अंशु भूमिहार जाति से हैं लेकिन बहुत ही गरीब परिवार से हैं और अंशु ने अपना पूरा जीवन जनता के लिए समर्पित कर रखा है। विधार्थी जीवन से ही अंशु राजनीति में सक्रिय हैं लेकिन पैसे नहीं होने के कारण दर – दर की ठोकर खाया लेकिन कोई भी पार्टी इन्हें टिकट नहीं दिया।
जिससे भी टिकट मांगे उसने पैसा का डिमांड किया। फिर नेताजी सुभाष चंद्र बोस जी के नीतियों पर चलने वाली पार्टी(सुभाष पार्टी) ने जब अंशु का प्रोफाइल देखा और संघर्ष पता किया तो बड़े ही प्रसन्न होते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक श्रीवास्तव जी ने अंशु को उजियारपुर लोकसभा क्षेत्र से अपना प्रत्याशी घोषित किया और अंशु गरीब शोषित वंचित समाज के सहयोग से चुनाव मैदान में अब तक मजबूती पूर्वक डटे हुए हैं और गरीब शोषित वंचितों का कहना है, युवाओं का कहना है बेरोजगारों का कहना है कि अंशु जैसे सांसद अगर हमारे क्षेत्र में होंगे तो हर समस्या का निदान ऑन द स्पॉट कर दिया जाएगा ।
इसलिए अंशु ने भी क्षेत्र के मतदाता मालिकों से मीडिया एवं न्यूज़ चैनलों के माध्यम से गुहार लगाया है कि हमारे पक्ष में ईवीएम मशीन के क्रम संख्या चार पर अलमीरा का बटन दबाकर अपार मतों से विजई बनाने का काम करें ताकि मैं क्षेत्र में एक-एक समस्या को चुन चुन कर 1 साल के अंदर निपटारा करूं और क्षेत्र को चौमुखी विकास की ओर ले जाकर उजियारपुर लोकसभा को बिहार के सबसे सुखी संपन्न लोकसभा बना सकू। अंशु का कहना है कि क्षेत्र भ्रमण के दौरान कई ऐसे वृद्धि महिला एवं पुरुष मिले जिनकी उम्र 85 साल से प्लस हो चुका चुका है लेकिन आज तक उनका आधार कार्ड तक नहीं बनाया गया है तो इसी से आप सभी मतदाता मलिक समझ सकते हैं कि जिस क्षेत्र के सांसद गृह राज्य मंत्री हैं उनके क्षेत्र में अब तक भारी संख्या में बुजुर्ग लोगों का आधार कार्ड तक नहीं बना है तो विकास की बात तो खैर कहीं दूर-दूर तक हो ही नहीं सकता। अंशु का कहना है कि प्रखंड स्तर पर प्रति महीना शिविर लगाकर बुजुर्ग गरीब प्रीत असहाय और युवा लोगों के रोजगार और सरकारी योजनाओं से संबंधित जमीन से संबंधित सड़क से संबंधित पानी से संबंधित बिजली और शिक्षा से संबंधित सभी समस्याओं का निपटारा उनके ही ग्राम उनके सरकार द्वारा ऑन द स्पॉट शिकायत के 48 घंटा के अंदर कर दिया जाएगा। अंशु ने कहा कि हम जवान के बड़े पक्के हैं और अगर हम जैसे युवा सांसद चुने जाते हैं तो उजियारपुर और बिहार के लिए सबसे बड़ी गर्व की बात होगा। अंशु का कहना है कि भाजपा ने मंदिर मस्जिद के चक्कर में युवाओं के भविष्य को बर्बाद करने का काम अब तक करते आया है और आगे भी जीतने के बाद करते ही रहेंगे। हिंदू होना गर्व की बात है लेकिन बेरोजगार होना बहुत ही शर्म की बात है। आज के समय लगभग हर घर में दो-चार लोग बेरोजगार बैठे हैं जिसका जिमेदार वर्तमान सरकार है। अंशु ने मीडिया से बातचीत करते हुए बड़े ही कड़े रुख में जनता के पक्ष में अपना बयान देते हुए और दुख भी जताते हुए बताया कि जब मैं क्षेत्र में जाता हूं और इन सब चीजों की शिकायत जनता से सुनता हूं तो शर्म से मेरा सर नीचे झुक जाता है कि वर्तमान सांसद गृह राज्य मंत्री होते हुए भी अपने जनता के लिए पूरे दस साल में कोई एक रोजगार से संबंधित काम नहीं किया। जनता के आधार कार्ड तक नहीं बनवा पाए ना ही उनके वृद्धा पेंशन हो पाए। क्षेत्र में हरिजन बस्तियों में सबसे अधिक से अधिक राशन कार्ड की समस्या है जो अब तक सॉल्व नहीं किया गया है। छोटे-छोटे सरकारी ऑफिस में गरीब गुरुवा से रिश्वत का डिमांड किया जाता है जो देने में असहाय होते हैं उनका कार्य लंबित रह जाता है नहीं हो पाता है। दो दिन चार दिन अपनी मजदूरी को छोड़कर सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट कर गरीब गुरुवा असहाय थक कर निराश होकर बैठ जाते हैं। उजियारपुर लोकसभा क्षेत्र में सड़क नाला पानी की भी बहुत बड़ी समस्याएं हैं केवल मीडिया में आकर मंत्री जी बड़े-बड़े भाषण देते रहे लेकिन आज तक किसी भी जनता से दस साल में मिलने के लिए उनके पास दस मिनट का समय नहीं मिला और जब आज चुनाव आया है तो बरसाती मेंढकों की तरह गली-गली बड़ी-बड़ी गाड़ियों के काफिला लेकर घूम रहे हैं जिस हिसाब से अब तक युवा शोषित वंचित एवं स्वर्ण समाज का भी समर्थन अंशु के पक्ष में दिखता आया है इसमें अंशु का जीत लगभग लाखों वोटो से होना तय होता नजर आ रहा है। अंशु पंचायत प्रतिनिधियों के अधिकार में किए गए कटौती से भी नाराज है I