पटना-बिहार के मुख्मंत्री नीतीश कुमार की सरकार के द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के साथ विभिन्न 19 संगठनों की आंतरिक जांच कराने के आदेश को लेकर एक खुफिया पत्र जारी किया गया है. अब इस पत्र को लेकर बिहार की राजनीति गरम हो गई है.भाजपा नेता इस पत्र को लेकर अपनी नाराजगी व्यक्त कर रहे है.
बिहार सरकार द्वारा जारी किये गए इस पत्र में बिहार पुलिस की स्पेशल ब्रांच के सभी पदाधिकारियों,राज्य के आरएसएस,बजरंग दल,विश्व हिंदू परिषद सहित विभिन्न दलों के नेताओं के नाम,पद,पता और व्यवसाय की जानकारी देने को कहा गया है.
स्पेशल ब्रांच की ओर से जारी आदेश में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ,बजरंग दल,हिंदू जागरण समिति,विश्व हिंदू परिषद,हिंदू राष्ट्र सेना,धर्म जागरण सम्नयव समिति,मुस्लिम राष्ट्रीय मंच, स्वेदशी जागरण मंच,शिक्षा भारती,दुर्गा वाहिनी,भारतीय किसान संघ,राष्ट्रीय सेविका समिति,भारतीय मजदूर संघ, भारतीय रेलवे संघ,अखिल भारतीय शिक्षक महासंघ,हिंदू महासभा,अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद,हिंदू पुत्र संगठन और हिंदू युवा वाहिनी के पदाधिकारियों का नाम,पता और संगठन में वो किस पद पर हैं इसकी जानकारी मांगी है.
जारी किये गए पत्र को लेकर बताया जा रहा है कि स्पेशल ब्रांच का ये आदेश इसी साल 28 मई को जारी किया गया था. इस आदेश की कॉपी सामने आने के बाद बिहार पुलिस के पदाधिकारी कुछ भी कहने से बच रहे हैं.बताया जा रहा है कि रूटिन अभ्यास के चलते ऐसा किया गया है. क्राइम ब्रांच की टीम नियमित अंतराल पर ऐसी जानकारी इकट्ठा करती रहती है.बहरहाल अंदर की बात चाहे जो हो मगर भाजपा जद-यु के बीच तनातनी की जो खबरे छन कर आ रही थी उसे फिर से हवा मिल सकती है.